एलन मस्क को अदालत के सामने क्यों होना पड़ा पेश? जानिए क्या है ये मामला

एलन मस्क टेस्ला की खरीद संबंधी ट्वीट मामले में अदालत में पेश हुए. यह मामला मस्क के सात अगस्त 2018 को किए गए दो ट्वीट से जुड़ा है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 21, 2023, 12:02 PM IST
  • 'भ्रामक' ट्वीट के मामले में एलन मस्क की पेशी
  • अदालत ने ठुकरा दी मस्क की ये बड़ी अपील
एलन मस्क को अदालत के सामने क्यों होना पड़ा पेश? जानिए क्या है ये मामला

नई दिल्ली: अरबपति कारोबारी एलन मस्क अपनी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला की खरीद के संबंध में किए गए 'भ्रामक' ट्वीट से जुड़े मामले की सुनवाई के लिए अदालत में पेश हुए. यह मामला मस्क के सात अगस्त 2018 को किए गए दो ट्वीट से संबंधित है.

टेस्ला खरीदने को लेकर किए ट्वीट का मामला
मस्क ने दोनों ट्वीट में कहा था कि उन्होंने टेस्ला को खरीदने के लिए पर्याप्त वित्त का इंतजाम कर लिया है. हालांकि, इस सौदे को कभी अमल में नहीं लाया जा सका. इसके बाद, टेस्ला के शेयर धारकों ने मस्क पर यह कहते हुए मुकदमा किया कि उनके ट्वीट से उन्हें भारी नुकसान पहुंचा.

काला सूट पहने मस्क सैन फ्रांसिस्को की दीवानी अदालत में पेश हुए. उनके वकील ने मामले को टेस्ला के मुख्यालय टेक्सास स्थानांतरित किए जाने का अनुरोध किया, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया. नौ न्यायाधीशों की जूरी यह फैसला करेगी कि क्या इन ट्वीट ने टेस्ला के शेयर धारकों को दस दिन की अवधि में भारी नुकसान पहुंचाया.

एलन मस्क के किस ट्वीट पर मचा विवाद
इस मामले में मस्क ने स्वीकार किया है कि उन्होंने जिस खरीद की योजना बनाई थी, उस पर अमल नहीं हो सका. मस्क ने ट्वीट किया था कि उन्होंने टेस्ला की खरीद के लिए 72 अरब डॉलर 'धन जुटा लिया' है. उस समय टेस्ला उत्पादन संबंधी समस्याओं से जूझ रही थी. इसके बाद, उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया था कि इस संबंध में सौदा जल्द ही होने वाला है, जबकि ऐसा कोई सौदा नहीं हुआ.

ट्विटर को पिछले साल 44 अरब डॉलर में खरीदने वाले मस्क ने शुक्रवार को अदालत में कहा कि ट्वीट करना निवेशकों से संवाद करने का 'सबसे लोकतांत्रिक तरीका' है. उन्होंने शेयर धारकों के वकील निकोलस पोरिट द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, 'मैं खुदरा निवेशकों की बहुत परवाह करता हूं.'

हालांकि, मस्क ने साथ ही कहा कि ट्विटर पर शब्दों की निर्धारित सीमा के कारण इस मंच पर बात को विस्तार से नहीं कहा जा सकता. संघीय अदालत के न्यायाधीश पहले ही निर्धारित कर चुके हैं कि मस्क के दोनों ट्वीट गलत थे. अब सुनवाई के दौरान ज्यूरी तय करेगी कि क्या मस्क ने निवेशकों को जानबूझकर धोखा दिया और क्या इससे उन्हें नुकसान हुआ.

इसे भी पढ़ें- Loan Scheme For Pensioners: पेंशनर्स को किन सरकारी बैंकों में मिल सकता है लोन? जानें लिमिट और शर्तें

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़