इस्लामाबाद. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के ‘हकीकी आजादी मार्च’ के दौरान उनके कंटेनर के नीचे कुचलकर एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार की मौत होने के बाद मार्च को एक दिन के लिए रोकना पड़ा है. मृतक पत्रकार की पहचान ‘चैनल 5’ की रिपोर्टर सदाफ नईम के रूप में हुई है इस दुखद हादसे के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष ने मार्च को एक दिन के लिए रोक दिया.
खान ने कहा, ‘एक दुर्घटना के कारण हम आज का मार्च समाप्त कर रहे हैं. हमने यहीं रुकने का फैसला लिया है.’ खान ने महिला पत्रकार के परिवार के प्रति संवदेनाएं व्यक्त कीं और कहा कि वह उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करेंगे.
Shocked & deeply saddened by the terrible accident that led to the death of Channel 5 reporter Sadaf Naeem during our March today. I have no words to express my sorrow. My prayers & condolences go to the family at this tragic time. We have cancelled our March for today.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 30, 2022
कल फिर शुरू होगा मार्च
‘हकीकी आजादी मार्च’ चौथे दिन सोमवार को अब कामोके से शुरू होगा. पहले इसे तीसरे दिन की समाप्ति पर ही गुजरांवाला पहुंचना था. जियो न्यूज की खबर के अनुसार, इमरान खान जिस कंटेनर में यात्रा कर रहे थे, सदाफ उसी से कुचली गई हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. दुनियां टीवी की खबर के अनुसार, सदाफ अपने टीवी चैनल के लिए खान का साक्षात्कार करने की कोशिश कर रही थीं.
I am deeply saddened to hear about the loss of a precious life of a TV reporter Sadaf in the line of duty. My prayers for the bereaved family. May she rest in eternal peace. Ameen.
— Maryam Nawaz Sharif (@MaryamNSharif) October 30, 2022
शहबाज शरीफ, मरियम औरंगजेब ने व्यक्त की संवेदना
वहीं, पत्रकार की मौत पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया है कि सदाफ नईम बेहद जीवंत और परिश्रमी रिपोर्टर थीं. उन्होंने कहा कि वह मृतक की आत्मा और शोकाकुल परिवार के लिए प्रार्थना करेंगे. सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने भी सदाफ की मौत पर शोक जताया है और सवाल उठाया है कि आखिर खान के कंटेनर से कुचलकर पत्रकार की मौत कैसे हुई है. उन्होंने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से उसे (सदाफ) जानती थी. वह परिश्रमी पत्रकार थी और खान का साक्षात्कार करने के प्रयास में उसकी मृत्यु होना, सदमा लगने वाली बात है.’