नई दिल्ली: इमरान खान कोरोना से निपटने में हर मोर्चे पर फेल सबित हो रहे हैं. कोरोना 'काल' में पाकिस्तान पाई-पाई को मोहताज हो गया है. कंगाल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए दुनिया से मदद मांगी लेकिन संकट की इस घड़ी में भी पाकिस्तान को एक डॉलर तक किसी ने नहीं दिया.
कोरोना का बवंडर इमरान खान नियाजी का सरेंडर!
कोरोना पर पाकिस्तान ने फिर दुनिया से मदद मांगी लेकिन एक बार फिर इमरान खान खाली हाथ रह गए. इमरान खान की बेबसी तो देखिए उन्हें एक डॉलर भी किसी देश ने नहीं दिया.
पाकिस्तान के एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने खुद इस बात को कबूल किया है. पाकिस्तानी पीएम इमरान ने कहा कि "पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई है और गंभीर कठिनाइयों के बावजूद, किसी भी देश और वैश्विक संगठन ने एक डॉलर की भी मदद नहीं की. केवल अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कर्ज वापसी में थोड़ी रियायत दी है."
कोरोना 'काल' में पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान!
पाकिस्तान दुनिया से कोरोना से लड़ने के लिए कर्ज मांग रहा है. लाइव टीवी पर बैठकर इमरान खान अपनी आवाम से चंदा मांग रहे हैं. वजह है कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान बेहाल हो चुका है.
पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने इमरान को दी नसीहत
पाकिस्तान ना सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं, पैसे बल्कि तमाम जरुरी सेवाओं के लिए जूझ रहा है. पाकिस्तान के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए इमरान ने जो कार्यक्रम रखा उसमें पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने ऐसी बात बोल दी थी, जिससे इमरान खान की बोलती बंद हो गई.
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने कहा कि "इमरान भाई को ये कहूंगा कि इमरान साहब.. पीएम साहब, मेरे से एक बार मीटिंग कर लें. यहां तक कि मेरे पास वो आइडिया है कि पूरे पाकिस्तान का कर्जा उतर जाएगा, I have an Idea... आपको पता है कि मैं एक कैलकुलेटर हूं."
WHO ने भी पाकिस्तान को लापरवाही के लिए चेताया
एक ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान टीवी पर बैठकर कोरोना संकट से निकलने का उपाय ढूंढ रहे हैं. तो वहीं पाकिस्तान में कोरोना के बिगड़ रहे हालात पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दे दी है. चेतावनी ये कि अगर सख्ती से उपायों पर अमल नहीं किया गया तो जुलाई महीने तक पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित के मरीजों की संख्या के 2 लाख तक पहुंचने का आशंका है. लेकिन पाकिस्तान की आवाम को ये समझाना बेहद मुश्किल है.
जाहिर है इमरान खान के लिए कोरोना से भी बड़ी समस्या है अपनी आवाम का पेट भरना. यानी बहुत दिनों तक लॉकडाउन रखना भी मुमकिन नहीं है. कुल मिलाकर पाकिस्तान के लिए आने वाला वक्त बेहद मुश्किल साबित होने वाला है.
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इमरान खान के लिए एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई है. अगर इमरान लॉक डाउन खोलते हैं तो कोरोना अनियंत्रित हो जाएगा. नहीं खोलते तो आवाम भूखी मर जाएगी और अब पाकिस्तान की फौज इसी मौके को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश में है.
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