भारत ने अमेरिका के समक्ष एच-1बी वीजा का मुद्दा उठाया

भारत ने अमेरिका के समक्ष एच-1बी वीजा का मुद्दा उठाते हुए भारतीयों को वीजा जारी करने की वकालत की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान ये मुद्दा उठाया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 20, 2019, 06:11 AM IST
    • एस जयशंकर ने कहा - अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अहम योगदान
    • अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस
    • राष्ट्रपति ट्रंप से मिले राजनाथ और जयशंकर
भारत ने अमेरिका के समक्ष एच-1बी वीजा का मुद्दा उठाया

दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एच-1बी वीजा धारक भारतीय और भारतीय मूल के लोगों ने अमेरिकी समाज, अर्थव्यवस्था और राजनीति में अहम योगदान दिया है. एच-1बी वीजा धारक भारतीय अमेरिका के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं.

अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अहम योगदान

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एच-1बी वीजा धारक भारतीय और भारतीय मूल के लोगों ने अमेरिकी समाज, अर्थव्यवस्था और राजनीति में अहम योगदान दिया है. एच-1बी वीजा धारक भारतीय अमेरिका के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं. बता दें कि भारत ने अमेरिका के साथ बेहतर संबंधों और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में एच-1बी वीजा धारकों के योगदान की सराहना की.

अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच उचित और भेदभाव रहित तरीके से लोगों की आवाजाही होने से संबंधों को मजबूती देने में मदद मिली है. लोगों के बीच आपसी रिश्तों का दोनों देशों की दोस्ती में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. हमें अमेरिका में भारतीयों और भारतीय अमेरिकियों की उपलब्धियों, उनके अमेरिकी समाज, अर्थव्यवस्था और राजनीति में किए गए योगदान को लेकर गर्व होता है.

राष्ट्रपति ट्रंप से मिले राजनाथ और जयशंकर

टू प्लस टू वार्ता से इतर रक्षा मंत्री राजनाथ और विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. इस दौरान भारतीय नेताओं ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर ट्रंप से चर्चा की. विदेश मंत्री ने कहा कि  लोगों का उचित और बिना किसी पक्षपातपूर्ण तरीके से आवागमन करने सहित व्यापार और सेवाओं का रिश्तों को और मजबूत बनाने में अहम योगदान रहा है. संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भी उपस्थित थे.

क्लिक करें- क्या है ट्रम्प पर महा-खतरा

ट्रेंडिंग न्यूज़