ब्रिटेनः भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन का गृह मंत्री पद से इस्तीफा, भारत को लेकर उनके इस बयान से बढ़ा था तनाव

भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन ने ब्रिटेन के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, वह नीति पर असहमति पर नहीं, बल्कि एक ईमानदारी गलती के लिए पद से हट रही हैं. ब्रेवरमैन लिज ट्रस कैबिनेट की दूसरी मंत्री हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 19, 2022, 09:47 PM IST
  • क्वासी क्वार्तेंग को भी छोड़ना पड़ा था पद
  • ब्रेवरमैन ने मंगलवार को लिया था यूटर्न
ब्रिटेनः भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन का गृह मंत्री पद से इस्तीफा, भारत को लेकर उनके इस बयान से बढ़ा था तनाव

नई दिल्लीः भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन ने ब्रिटेन के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, वह नीति पर असहमति पर नहीं, बल्कि एक ईमानदारी गलती के लिए पद से हट रही हैं. ब्रेवरमैन लिज ट्रस कैबिनेट की दूसरी मंत्री हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है.

सुएला ब्रेवरमैन ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट भी किया है. 

 

क्वासी क्वार्तेंग को भी छोड़ना पड़ा था पद
इससे पहले वित्त मंत्री क्वासी क्वार्तेंग को पद छोड़ना पड़ा था. उनकी जगह जेरेमी हंट को देश का विदेश मंत्री बनाया गया है. इससे पहले सुएला ब्रेवरमैन ने कहा था कि भारत के साथ व्यापार समझौता पूरा करने के लिए उनका देश उत्सुक है, ताकि दोनों अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती मिल सके. 

ब्रेवरमैन ने मंगलवार शाम को यहां इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) की तरफ से दीपावली के पहले आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि ब्रेग्जिट के बाद व्यापार या वीजा को लेकर ब्रिटेन की सोच यूरो-केंद्रित नहीं रह गई है. 

सुएला ब्रेवरमैन ने लिया था यूटर्न
भारतीय मूल की ब्रेवरमैन ने हाल ही में भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर अपने बयान के बाद उपजे विवाद को देखते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश करते हुए कहा था कि ब्रिटेन के गांवों, कस्बों और शहरों का भारत से आने वाले लोगों से काफी संवर्धन हुआ है. 

ब्रेवरमैन ने कहा था, 'स्वाभाविक रूप से हमारे देशों को एक साथ मिलकर काम करने के लिए एक आर्थिक अनिवार्यता है. इसीलिए हम एक व्यापार समझौता संपन्न होने के लिए इतने उत्सुक हैं.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त करने के साथ वर्ष 2030 तक आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने का भी साझा संकल्प है. 

ब्रेवरमैन ने दिया था विवादास्पद बयान
उन्होंने कहा था कि भारत और ब्रिटेन के द्विपक्षीय रिश्तों के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भी यह काफी महत्वपूर्ण है. भारत और ब्रिटेन ने एफटीए पर बातचीत दीपावली तक पूरी हो जाने की समयसीमा रखी हुई थी, लेकिन ब्रेवरमैन के विवादास्पद बयान के बाद इसके निर्धारित समय पर पूरा हो पाने की संभावनाएं क्षीण हो गई हैं. 

परंपरागत भारतीय परिधान में कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं ब्रेवरमैन ने कहा, "भारत मेरे दिल में है, मेरी आत्मा और मेरे खून में है. मुझे इसका बेहद गर्व है कि मेरे पिता की जड़ें गोवा से जुड़ी रही हैं और मेरी माता के भी संबंध मद्रास से रहे हैं. भारत मेरी अपनी विरासत का हिस्सा है."

भारत को लेकर क्या कहा था सुएला ब्रेवरमैन ने

दरअसल, एक साक्षात्कार में सुएला ने कहा था, उन्हें डर है कि भारत के साथ व्यापार समझौते से ब्रिटेन में आने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ सकती है. उन्होंने कहा था, ‘मुझे भारत के साथ खुली सीमाओं वाली इमिग्रेशन नीति को लेकर आपत्ति है, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि लोगों ने इसके लिए ब्रेक्जिट के पक्ष में मतदान किया था.’

यह भी पढ़िएः जिनपिंग के नए सिपहसालार कौन? 'टॉप कैबिनेट' को तलाश रही कम्युनिस्ट पार्टी की 'निगाहें'

 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़