अफगानिस्तान में 20 दिन की बच्चियों की शादी का ऑफर दे रहे लोग, रिपोर्ट में भयावह खुलासा

कोविड-19 महामारी के बीच देश में मानवीय संकट खड़ा हो गया है और सर्दियां भी करीब हैं. साल 2020 में अफगानिस्तान की आधी आबादी पहले से ही गरीब थी.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 13, 2021, 09:01 PM IST
  • जानिए कैसा है इस मुल्क का हाल
  • यूनिसेफ ने जताई इसपर चिंता
अफगानिस्तान में 20 दिन की बच्चियों की शादी का ऑफर दे रहे लोग, रिपोर्ट में भयावह खुलासा

नई दिल्लीः यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरिटा फोरे ने अफगानिस्तान में बाल विवाह बढ़ने की खबरों पर गहरी चिंता जाहिर की है. फोरे ने कहा, हमें ऐसी रिपोर्ट्स मिली हैं कि परिवार दहेज के बदले में भविष्य में शादी के लिए अपनी 20 दिन तक की बेटियों की पेशकश कर रहे हैं.

तालिबान के आने से गहराया संकट
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होते ही महिलाओं और लड़कियों का भविष्य गहरे अंधकार में चला गया है. अभी तक तो यहां लड़कियों और महिलाओं के अधिकारों का ही मुद्दा उठाया जा रहा था, मगर अब यहां से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. अफगानिस्तान में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि 20 दिनों तक की नवजात बच्चियों को शादी के लिए ऑफर किया जा रहा है.

बाल विवाह के मामले बढ़े
अफगानिस्तान में नवीनतम राजनीतिक अस्थिरता से पहले भी, यूनिसेफ के सहयोगियों के सामने अकेले हेरात और बगदीस प्रांतों में 2018 और 2019 में 183 बाल विवाह और बच्चों की बिक्री के 10 मामले सामने आए थे. बच्चों की उम्र 6 महीने से 17 साल के बीच थी. यूनिसेफ का अनुमान है कि 15-49 वर्ष की आयु की 28 प्रतिशत अफगान महिलाओं की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले कर दी जाती है.

कोविड ने भी तोड़ी कमर
कोविड-19 महामारी के बीच देश में मानवीय संकट खड़ा हो गया है और सर्दियां भी करीब हैं. साल 2020 में अफगानिस्तान की आधी आबादी पहले से ही गरीब थी और इनके पास साफ पानी और पैष्टिक खाने तक की व्यवस्था नहीं है.
लेकिन अब खराब आर्थिक हालातों के कारण और ज्यादा लोग गहरी गरीबी में जा रहे हैं. इसके कारण उन्हें पैसों के लिए दूसरे रास्ते अपनाने पड़ रहे हैं. लोग बच्चों से काम करा रहे हैं और छोटी उम्र में लड़कियों की शादी करा रहे हैं.

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स्कूल जाने की इजाजत नहीं
बयान में कहा गया है,चूंकि अधिकांश किशोर लड़कियों को अभी भी स्कूल जाने की अनुमति नहीं है, बाल विवाह का जोखिम अब और भी अधिक है. शिक्षा अक्सर बाल विवाह और बाल श्रम जैसे नकारात्मक तंत्र के खिलाफ सबसे अच्छी सुरक्षा होती है. दरअसल ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जिनमें पता चला है कि तालिबान ने लड़कियों की शिक्षा पर रोक लगा दी है, जिससे स्थिति और ज्यादा घातक बन गई है.

ऐसा रहा तो गहराएगा संकट
यूनिसेफ के अनुसार, बाल विवाह जीवन भर के कष्ट का कारण बन सकता है. यूनिसेफ ने कहा कि 18 साल की उम्र से पहले शादी करने वाली लड़कियों के स्कूल जाने की संभावना कम होती है और घरेलू हिंसा, भेदभाव, दुर्व्यवहार और खराब मानसिक स्वास्थ्य का अनुभव होने की संभावना अधिक रहती है. 

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