नई दिल्ली. अगर ऐसा हो तो बहुत अच्छा हो. अगर ऐसा हुआ तो कोरोना के हाथ से ये दूसरा सबसे अच्छा काम होगा. पहला अच्छा काम दुनिया के खलनायक चीन के घमंड को तोड़ने का किया है कोरोना ने अब उसके बाद अगर उसने ये आतंकियों का जमावड़ा तोड़ दिया तो निश्चित ही कोरोना को खलनायकों के खलनायक नामक पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा.
कोरोना ने डराया आतंकियों को
सबसे दुर्दांत आतंकवादी गिरोह इस्लामिक स्टेट कोरोना से डरा हुआ नज़र आ रहा है. गिरोह के शीर्ष सरदार ने अपने साथी आतंकवादियों से कोरोना वायरस प्रभावित यूरोप की यात्रा नहीं करने का दिया निर्देश जारी किया है. मीडिया सूत्रों के अनुसार आईएसआईएस के न्यूजलेटर ‘अल नबा' के नवीनतम संस्करण में यूरोप की यात्रा नहीं करने की चेतावनी देते हुए इस सिलसिले में नये धार्मिक कारण दिए हैं और अपने परामर्श पर ज़ोर देने के लिए शरीयत के निर्देशों का उल्लेख किया है.
अपनी जगह न छोड़ने को कहा
इस शीर्ष आतंकी गिरोह के शीर्ष नेतृत्व ने शरीयत का हवाला देते हुए कहा है कि जंग के मैदान में जगह नहीं बदली जाती. आप सभी आतंकी साथी जहां जहां खड़े हो वहीं खड़े रहो. खाड़ी इलाके का यह आईएसआईएस संगठन अपने आतंकियों के जरिये यूरोप में आतंकवादी हमलों को साजिशाना अंजाम देता रहा है. नेतृत्व ने अपने बयान में कहा कि अगर किसी आतंकी साथी को कोरोना वायरस से इन्फेक्शन हो जाए तो भी वह अपना क्षेत्र न छोड़े ताकि बीमारी को फैल न सके.
'अलनबा' का दिया हवाला
इस्लामी आतंकी गिरोह के सरगना ने शरीय के ‘अल नबा' का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसमें लिखा है कि ‘‘जो साथी सेहतमंद हैं उनको महामारी वाली जमीन में प्रवेश नहीं करना चाहिए और जो इस बीमारी की गिरफ्त में आ गए हैं उनको अपनी जगह से बाहर नहीं निकलना चाहिए.'' इस्लामी जिहादी सरगना ने आतंकवादियों को ये निर्देश भी दिया कि वे छींकते समय अपना मुंह ढंक कर रखें और लगातार अपने हाथ धोते रहें.