अमेरिका ने रूसी तेल ना खरीदने की अपील की तो, एस जयशंकर ने कड़े शब्दों में कह दी ये बड़ी बात

भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक हुई. इस मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने डॉ. एस जयशंकर से अतिरिक्त रूसी तेल ना खरीदने का आग्रह किया, जिसके जवाब में भारत के विदेश मंत्री ने कड़े शब्दों में कह दिया कि हम स्वतंत्र हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 12, 2022, 09:22 AM IST
  • रूस और युद्ध के मुद्दे पर अपनी नीति पर चलेगा भारत
  • अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने किया था ये आग्रह
अमेरिका ने रूसी तेल ना खरीदने की अपील की तो, एस जयशंकर ने कड़े शब्दों में कह दी ये बड़ी बात

नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक हुई. बैठक में दोनों देशों के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध और कोविड 19 समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई. भारत ने इस दौरान ये साफ कर दिया कि विदेश नीति में किसी की भी दखलअंदाजी स्वीकार नहीं है. दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने डॉ. एस जयशंकर से अतिरिक्त रूसी तेल ना खरीदने का आग्रह किया था.

बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री का बड़ा जवाब

दरअसल पूरी कहानी क्या है इसे समझिए.. भारत और अमेरिका के बीच 2+2 बैठक हुई जिसमें भारत के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री और अमेरिका के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी. इस दौरान पत्रकारों ने युद्ध को लेकर भारत की नीति पर अमेरिका और भारत के विदेश मंत्रियों से सवाल पूछे. अमेरिका के विदेश मंत्री ने इस दौरान डॉ. एस जयशंकर से अतिरिक्त रूसी तेल ना खरीदने का आग्रह किया.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पत्रकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से रूस से एनर्जी यानी तेल-गैस खरीदने के लेकर सवाल पूछा तो सुनिए विदेश मंत्री ने सख्त लहजे में जवाब दिया. उन्होंने ये साफ कर दिया कि रूस और युद्ध के मुद्दे पर भारत अपनी नीति पर चलेगा. हमारी विदेश नीति स्वतंत्र, सलाह के लिए शुक्रिया. हमसे से ज्यादा रूस से यूरोप गैस खरीदता है.

अमेरिका के साथ 2+2 बैठक में क्या-क्या हुआ?

भारत और अमेरिका ने सोमवार को चौथी 'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय बैठक की, जिसमें दोनों पक्षों ने यूक्रेन सहित मौजूदा घटनाक्रमों पर चर्चा की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच इस क्षेत्र में अपने सहयोग की समीक्षा की.

'टू प्लस टू' वार्ता में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और उनके भारतीय समकक्षों एस जयशंकर और राजनाथ सिंह ने भाग लिया. जयशंकर ने अपने शुरुआती संबोधन में कहा, 'हमने अपने विदेश और रक्षा समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं. हमें निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन की डिजिटल बैठक के माध्यम से प्राप्त मार्गदर्शन से लाभ हुआ है, जिसमें हम सभी उपस्थित रहे.'

इसे भी पढ़ें- मोदी-बाइडन ने की वर्चुअल बैठक, रूस-यूक्रेन मुद्दे पर हुई ये बातचीत

उन्होंने कहा कि 'टू प्लस टू' वार्ता प्रारूप का उद्देश्य भारत-अमेरिका साझेदारी के लिए एकीकृत दृष्टिकोण को और बढ़ावा देना है. वहीं, पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच वर्चुअल बैठक हुई. अमेरिका ने यूक्रेन के लिए उठाए गए कदमों पर भारत की तारीफ की. भारत ने कहा बातचीत से समाधान निकले.

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