गाजा सिटी. गाजा पट्टी पर लगाए गए इजरायली प्रतिबंधों का नतीजा दिखाई देने लगा है. गाजा में संयुक्त राष्ट्र के आश्रय स्थलों में पानी खत्म हो गया है. हजारों लोग इजराइल के हमले से बचने के लिए क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल के प्रांगण में शरण लिये हुए है. वहीं डॉक्टर मरीजों की देखभाल में संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि जेनरेटर में ईंधन खत्म होने के बाद मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी.
इजरायल ने गाजा में भोजन, दवा, पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित कर दी है और आसपास हवाई हमले किए हैं. इजरायल ने उत्तरी गाजा के अनुमानित 10 लाख निवासियों को अपने पूर्वनियोजित हमले से पहले दक्षिणी इलाके की ओर पलायन करने की सलाह दी है. लड़ाई के बाद से 2,300 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं.
1300 से ज्यादा इजरायली लोगों की हुई थी मौत
बीते सात अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास द्वारा इजरायल पर किये गये हमले के जवाब में अभूतपूर्व इजराइली अभियान के परिणामस्वरूप फलस्तीनी नागरिक रविवार को अस्तित्व के लिए संघर्ष करते दिखे. हमास के हमले में 1,300 इजरायली मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक थे.
मानवीयत सहायता जारी रखने की अपील
गाजा सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. राहत समूहों ने गाजा में 20 लाख से अधिक नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान करते हुए मानवीय सहायता जारी रखने के लिए एक आपातकालीन गलियारा स्थापित करने का आग्रह किया.
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