Bilaspur News: धर्मशाला के तपोवन में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्ष को कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी की नसीहत. साथ ही कहा कि सदन में विपक्ष के हंगामा का मुंहतोड़ जबाव दिया जाएगा.
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Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश का विधानसभा शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक धर्मशाला के तपोवन में आयोजित किया जाएगा. जहां एक ओर सत्र में विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित मुद्दों को सदन में उठाया जाएगा, तो वहीं सत्तापक्ष के नेताओं द्वारा उनके सवालों का जबाव दिया जाएगा.
वहीं इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र केवल चार दिनों का है, जिसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्र के आयोजन से पूर्व ही सत्तापक्ष पर निशाना साधते हुए विपक्ष के सवालों से बचने के लिए कम दिनों का सत्र रखने की बात कही थी, जिसपर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि इस बार बिजनेस (सेशन वाइज सांख्यिकीय सूचना) कम होने के कारण चार दिनों का सत्र रखा गया है और अगर विपक्ष चाहता है कि सत्र आगे बढ़े तो हाउस में इस बात को रखें और हाउस की सहमति के बाद विधानसभा स्पीकर सत्र को आगे बढ़ा सकते हैं क्योंकि ऐसा पहले भी हुआ है कि हाउस की सहमति के बाद स्पीकर द्वारा सत्र को आगे बढ़ाया गया था.
इसके साथ ही विधानसभा शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने पर पूछे गए सवाल पर मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि विपक्ष के विधायक जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए मन घड़ंत मुद्दों को लेकर हंगामा करेगा. ऐसे में उसका मुंहतोड़ जबाव दिया जाएगा.
उन्होंने क कहा कि सदन में सत्तापक्ष के पास 40 विधायक हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 28 विधायक हैं. इसलिए हर बात का डट कर मुकाबला किया जाएगा. गौरलतब है कि मंत्री राजेश धर्माणी ने बस स्टैंड घुमारवीं से निकलने वाले एक्जिट रोड का भूमि पूजन किया है. वहीं घुमारवीं बस अड्डे में बसों के आने जाने के लिए केवल एक ही मार्ग था, जिसके कारण जहां इस मार्ग सहित शिमला-मटौर नेशनल हाइवे 103 पर भी जाम की स्थिति बनी रहती थी.
वहीं इस मार्ग के बनने के बाद जहां घुमारवीं बस अड्डे में एक तरफ से बसों की एंट्री होगी तो एक मार्ग से बसों का एग्जिट होगा. जिससे लोगों को जाम निजात मिलेगी. वहीं वर्ष 2017 में प्रदेश के परिवहन मंत्री रहे स्वर्गीय जीएस बाली द्वारा इस एग्जिट रोड निर्माण के लिए 15 लाख रुपये स्वीकृत किये गए थे, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा की सरकार बनने पर इस परियोजना को रोक दिया गया और वर्तमान समय की कांग्रेस सरकार द्वारा जुटाए गए संसाधनों के जरिये एक बार फिर इस रोड का कार्य शुरू किया जाएगा, जिससे एक ओर जहां घुमारवीं का बाजार का डेवलोपमेन्ट होगा तो साथ ही बिना रुकावट के बसें घुमारवीं बस अड्डे पर आ और जा सकेंगी.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर