Himachal Pradesh news in Hindi: छापेमारी के दौरान, कई तरह के आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, 75 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी और बैंक खातों में पड़ी 2.55 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली गई.
Trending Photos
Himachal Pradesh scholarship scam news in Hindi: हाल ही में ईडी द्वारा हिमाचल प्रदेश छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में तलाशी अभियान चलाया गया. इस संबंध में एजेंसी द्वारा बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि इस छापेमारी के दौरान 75 लाख रुपये जब्त किए गए.
बता दें कि ईडी ने बताया कि यह तलाशी अभियान धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत चलाया गया था. केंद्रीय एजेंसी द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान 75 लाख रुपये बरामद हुए हैं.
केंद्रीय एजेंसी द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि छापेमारी के दौरान, कई तरह के आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, 75 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी और बैंक खातों में पड़ी 2.55 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली गई.
गौरतलब है कि घोटाले को लेकर सीबीआई द्वारा तीन चार्जशीट कोर्ट में पहले ही दाखिल की जा चुकी है और इसी की जांच के तहत ईडी द्वारा हिमाचल के शिमला, सोलन, ऊना व मंडी जिले के निजी संस्थानों में एक साथ छापेमारी की गई.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 2013 से 2017 तक, यानि 4 साल, प्री और पोस्ट फ़्रैंक स्कॉलरशिप के तौर पर छात्रों को 266.32 करोड़ रुपये दिए गए जिसमें गड़बड़ी पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में हुई. इस दौरान यह भी आरोप लगाए गए कि कई निवेशकों द्वारा फर्जी दस्तावेज दिखा के छात्रवृत्ति की मोटी रखम हड़प ली गई और इतना ही नहीं बल्कि जनजातीय क्षेत्रों के विद्यार्थियों को कई साल तक छात्रवृत्ति मिली ही नहीं.
इस दौरान छात्रवृत्ति की जो राशि राज्य के विद्यार्थियों को मिलनी थी, उसको देशभर के अलग-अलग हिस्सों में गलत तरीके से बांट दिया गया. इसको लेकर शिमला में 16 नवंबर, 2018 को शिक्षा विभाग की शिकायत पर पुलिस द्वारा एफआइआर दर्ज की गई थी और फिर बाद में यह मामला CBI को सौंप दिया गया था. इसके बाद सीबीआइ द्वारा 7 मई, 2019 को एफआइआर दर्ज की गई थी और बाद में मनी लांड्रिंग के तहत इस मामले में कार्रवाई करने के ईडी को जिम्मेवारी दी गई थी. (Himachal Pradesh scholarship scam news in Hindi)
यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में खतरनाक सड़कों पर धड़ल्ले से चलाई जा रहीं निजी बसें