Maa Shoolini Mela: सोलन में शुरू हुआ माता शूलिनी मेला, जानें क्या है सदियों पुरानी इस परंपरा का इतिहास
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Maa Shoolini Mela: सोलन में शुरू हुआ माता शूलिनी मेला, जानें क्या है सदियों पुरानी इस परंपरा का इतिहास

Maa Shoolini Mela News: हिमाचल प्रदेश के सोलन में माता शूलिनी की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शूलिनी मेला का आज से शुभारंभ हो गया है. जानें सदियों पुरानी इस परंपरा का इतिहास.

Maa Shoolini Mela: सोलन में शुरू हुआ माता शूलिनी मेला, जानें क्या है सदियों पुरानी इस परंपरा का इतिहास

Maa Shoolini Mela News: हिमाचल प्रदेश के सोलन में स्थित माता शूलिनी की शोभा यात्रा के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शूलिनी मेला आज से पूरे पारंपरिक तरीके से शुरू हो गया.  माता शूलिनी के मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है.

पूर्व सीएम ने जनता को दी शुभकामनाएं
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि, देवभूमि हिमाचल के सोलन में आयोजित होने वाले प्रसिद्ध "शूलिनी मेले" के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.
अधिष्ठात्री देवी मां शूलिनी की कृपा समस्त प्रदेशवासियों पर बनी रहे तथा कोरोना संकट का जल्द अंत हो, माता रानी से ऐसी कामना करता हूं. 

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मान्यताओं के अनुसार, अष्टधात्री माता शूलिनी को सोलन के राजा बघाट की कुल ईष्ट देवी माना जाता है. जून माह में माता शूलिनी अपनी बहन दुर्गा माता जिनका प्राचीन स्थान चैक बाजार में है उनसे मिलने के लिए साल में एक बार जाती हैं.  माता के अपनी बहन से मिलन के तीन दिन के प्रवास के दौरान ही शूलिनी मेले का आयोजन किया जाता था. 

इस दौरान राज परिवार की उपस्थिति में दुर्गा माता के मन्दिर के साथ बने मैदान में विशेष आयोजन खेल प्रतियोगिताएं एवं ठोडा खेल आयोजित किया जाता था. हालांकि, अब जगह कम होने के कारण मेले का आयोजन ठोडो मैदान में किया जाने लगा. 

शुक्रवार को माता शूलिनी की पालिकी के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ माता का जयकारा लगाते , गायन कीर्तन करते शोभायात्रा में शामिल हुए. मां शूलिनी की डोली के साथ-साथ मेली कमेटी व माता के भक्तों,युवा मंडलों द्वारा अनेकों मनमोहक झांकियों निकाली गई.  आकर्षक झांकियों को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े थे. विशेषकर महिलाओं एवं बच्चों में झांकियों के प्रति खासा उत्साह दिखने को मिला. मेले के पावन अवसर पर शहर में जगह-जगह खाने पीने के भंडारे लगाए गए. जिसमें दिनभर हजारों लोगों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया. 

संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने मीडिया से बात करते हुए बताया की हमारी सांस्कृतिक धरोर है, हमारी जो प्राचीन परंपरा का द्योतक है और प्रदेश सरकार माननीय मुख्यमंत्री ठाकुर देव संस्कृति को संभालने के लिए हमेशा तत्पर रहते है.  इसके संरक्षन के लिए मुख्यमंत्री जी बहुत गंभीर रहते है और आपने देखा कि इन 6 महिनों के कार्यकाल हमारी सरकार ने बहुत बड़े फैसले लिए हैं. महत्त्वपूर्ण योजनाए जनहित में लाई गई हैं. बजट का प्रावधान भी किया है. 

वहीं इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल्य ने ने कचहरी चौक पर विधिवत रूप में माता की पूजा अर्चना की व शोभा यात्रा में भाग लिया. मेले के उत्सव में उन्होंने बताया की हम सभी राजनीति से ऊपर उठ कर इस त्योहार को मिलजुल कर मनाना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि माता शूलिनी सोलन की आराध्य देवी मानी जाती है. माता के आर्शिवाद के साथ ही तीन दिवसीय मेला आरंभ होता है. उन्होंनें कहा कि यह मेला प्रदेश के अन्य मेलों से अलग है. यहां के लोगों की मां शुलिनी के प्रति आस्था देखते ही बनती है.  

 

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