जस्टिस एनवी रमन्ना (Justice NV Ramana) 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गांव में एक किसान खानदान में पैदा हुए.
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नई दिल्ली: जस्टिस एनवी रमन्ना (Justice NV Ramana) ने देश के अगले चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ ले ली है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस एनवी रमन्ना को राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई. एनवी रमन्ना ने यह शपथ पूर्व चीफ जस्टिस एसए बोबडे (SA Bobde) के रिटायर होने के बाद ली है. जस्टिस एसए बोबडे का शुक्रवार यानी 23 अप्रैल को कार्यकाल खत्म हुआ.
इस समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद रहे. न्यायमूर्ति रमण ने ईश्वर को साक्षी मानकर अंग्रेजी में पद की शपथ ली.
Delhi: Justice NV Ramana takes oath as the new Chief Justice of India (CJI). He was administered the oath by President Ram Nath Kovind, at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/jDESeLZh2D
— ANI (@ANI) April 24, 2021
कौन हैं जस्टिस रमन्ना?
जस्टिस एनवी रमन्ना (Justice NV Ramana) 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गांव में एक किसान खानदान में पैदा हुए. जस्टिस एनवी रमन्ना का पूरा नाम नथालपति वेंकट रमन्ना है. उन्होंने साइंस और लॉ में ग्रेजुएशन किया. उसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट में कानून की प्रैक्टिस शुरू कर दी.
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27 जून 2000 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी जज के तौर पर उनकी बहाली हुई. साल 2013 में 13 मार्च से 20 मई तक वे आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ़ जस्टिस रहे. 2 सितंबर 2013 में उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस का पद संभाला. उसके बाद इसके तीन महीनों के अंदर ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पोस्टिंग दी गई थी.
जस्टिस एनवी रमन्ना पिछले साल जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट की बहाली का फैसला दे कर चर्चा में आए थे. उसके अलावा CJI दफ्तर को RTI के तहत लाने का फैसला देने वाली बेंच के भी वे सदस्य रह चुके हैं. बता दें कि जस्टिस रमन्ना का कार्यकाल 26 अगस्त 2022 को खत्म हो रहा है. इस हिसाब से जस्टिस रमन्ना इस पद पर करीब 16 महीने तक रहेंगे.
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