एफडीआई से किसान तबाह हो जाएंगे : जोशी
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एफडीआई से किसान तबाह हो जाएंगे : जोशी

विदेशी दबाव में खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार की इस नीति से छोटे व्यापारी एवं किसान खासकर छोटे एवं सीमांत कृषक तबाह हो जाएंगे।

नई दिल्ली : विदेशी दबाव में खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार की इस नीति से छोटे व्यापारी एवं किसान खासकर छोटे एवं सीमांत कृषक तबाह हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार अमेरिका तथा यूरोप की आर्थिक संकट सुधारने के लिए अपनी स्थिति बिगाड़ रही है। केंद्र की संप्रग नीत सरकार को किसानों, खुदरा व्यापारियों और आम लोगों की चिंता नहीं है और वह बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हितों में काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि खुदरा एफडीआई विरोधी राष्ट्रीय मोर्चे के एक कार्यक्रम में जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘अमेरिका तथा यूरोप की आर्थिक स्थिति बिगड़ी हुई है। अमेरिकी चुनाव में बेरोजगारी प्रमुख मुद्दा बना हुआ है एवं वहां अन्य आर्थिक समस्याएं हैं। इससे पार पाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा एवं अन्य पश्चिमी देशों का खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को मंजूरी देने को लेकर खासा दबाव था और सरकार ने उसी दबाव में यह कदम उठाया है।’
जोशी ने यह भी कहा कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई आने से बिचौलिये समाप्त नहीं होंगे बल्कि नए एवं दूसरे तरह के बिचौलिए पैदा होंगे।
इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा,‘वालमार्ट जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियां अनाज की गुणवत्ता तय करेंगी। आपको उनके बताए प्रयोगशाला से यह प्रमाणपत्र लेना होगा कि आपकी फसल वैश्विक मानकों के अनुरूप हैं। साथ ही वे यह भी तय करेंगे कि आपको कौन सी बीज, उर्वरक, कीटनाशक उपयोग करना है, कौन से वाहन में अनाज लाना है और कौने सा थला उपयोग करना है। इन सब शर्तों से नए बिचौलिए पैदा होंगे।`
उल्लेखनीय है कि सरकार ने एकल खुदरा ब्रांड में जहां एफडीआई सीमा बढ़ाकर शत प्रतिशत कर दिया है वहीं बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है। (एजेंसी)

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