डरबन : ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन में कटौती की वैधानिक प्रतिबद्धता पर भारत की सहमति के लिए बढ़ते दबाव के बीच नई दिल्ली ने गुरुवार को अपनी नीति का बचाव किया और कहा कि यहां काफी कम कार्बन उत्सर्जन होता है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन ने वहां मौजूद वार्ताकारों को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझते हुए भारत को अपने विकास की गति को भी बनाए रखना है।
नटराजन ने कहा कि हम एक बड़ा देश हैं, लेकिन हमारे यहां काफी कम कार्बन उत्सर्जन होता है। हमारे यहां प्रति व्यक्ति उत्सर्जन प्रति वर्ष सिर्फ 1.7 टन है। उन्होंने कहा कि हमारे अध्ययन से पता चलता है कि 2030 में आठ से नौ फीसदी वाषिर्क वृद्धि दर से भी प्रति व्यक्ति उत्सर्जन 3.7 टन से ज्यादा नहीं होगा।
(एजेंसी)