जयपुर : भंवरी प्रकरण के परेशान राजस्थान सरकार को एक और झटका लगा है। राज्य के वन, खान और पर्यावरण राज्यमंत्री रामलाल जाट ने अपने निजी जीवन के बारे में एक स्थानीय अखबार में नाम आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
खबर में आरोप लगाया गया था कि जाट ने सितम्बर में मध्य रात्रि में एक महिला का पोस्टमार्टम कराने के लिए भीलवाड़ा जिला प्रशासन पर दबाव बनाया था। अखबार के मुताबिक भीलवाड़ा डेयरी के अध्यक्ष रतनलाल जाट की पत्नी पारस देवी की अस्पताल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
जाट ने बातचीत करते हुए कहा कि समाचार पत्र और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मेरी बेदाग छवि को खराब करने के लिए षडयंत्र किया है। उन्होंने कहा कि दो दशक से मैं राजनीति कर रहा हूं, मेरा कोई राजनीतिक आका नहीं होने और एक छोटे किसान परिवार से आने के कारण मुझे बदनाम करने के लिए यह षड्यंत्र किया गया है।
भीलवाडा जिले के मांडल विधानसभा सीट से चुनाव जीते जाट ने कहा कि प्रकाशित समाचार से मैं, मेरे बच्चे ओर परिवार के सदस्य आहत हैं। इससे पहले ग्रामीण विकास एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान एवं जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा भी अलग-अलग कारणों से इस्तीफा दे चुके हैं। अब हो सकता है कि भंवरी मामले की तरह यह मामला भी राज्य सरकार की परेशानी का सबब न जाए। (एजेंसी)