मध्य प्रदेश में भंडारण क्षमता बढ़ाने की एफसीआई की योजना

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने मध्यप्रदेश में भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिये निजी उद्यम गोदाम (पीईजी) योजना के दूसरे चरण में प्रदेश के 26 नगरों में 5,39,900 टन क्षमता के भंडार गृह बनाने की स्वीकृति दी है। इसमें से 8 नगरों में 57,800 टन क्षमता के भण्डार गृह निर्माण का काम पूरा हो गया है।

इन्दौर : भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने मध्यप्रदेश में भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिये निजी उद्यम गोदाम (पीईजी) योजना के दूसरे चरण में प्रदेश के 26 नगरों में 5,39,900 टन क्षमता के भंडार गृह बनाने की स्वीकृति दी है। इसमें से 8 नगरों में 57,800 टन क्षमता के भण्डार गृह निर्माण का काम पूरा हो गया है।

आधिकारिक विज्ञप्ति के अनूसार योजना के दूसरे चरण में यह गोदाम बड़वानी में 10,000 टन, बालाघाट में 5,400 टन, भिण्ड जिले के गोहद में 4,800 हरदा में 5,000, होशंगाबाद जिले के सेमरी हरचंद में 5,400, रीवा में 5,400 सिवनी में 9,800 और श्योपुर में 12,000 टन क्षमता के बना लिये गये हैं। इनमें निजी निवेशक को 9 वर्ष तक अनिवार्य रूप से राज्य सरकार की तरफ से अनाज सामग्री भंडारण की गांरटी दी गयी है।

इस योजना के प्रथम चरण में सूबे के 7 स्थानों पर 79,450 टन भण्डारण क्षमता के गोदाम निर्माण का कार्य पहले ही पूरा हो गया है। योजना के दूसरे चरण में निर्माणाधीन गोदाम का कार्य तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने प्रदेश में भण्डारण क्षमता बढ़ाने के लिये नई लॉजिस्टिक नीति को भी मंजूरी दी है। इस नीति में गोदाम निर्माण की सरकारी प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है।

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.