देहरादून : उत्तराखंड में भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर केदारनाथ यात्रा स्थगित होने के एक दिन बाद गुरुवार को बद्रीनाथ यात्रा भी 18 जुलाई तक के लिये रोक दी गई, जबकि टिहरी जिले में तेज बारिश के बाद चट्टान से गिरे पत्थरों की चपेट में आकर एक महिला की मृत्यु हो गई।
चमोली के जिलाधिकारी एस ए मुरूगेशन ने बताया कि मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 18 जुलाई तक के लिये बद्रीनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के लिये आ रहे तीर्थयात्रियों को अग्रिम आदेश तक जोशीमठ से आगे न बढ़ने के लिये कहा गया है।
इस बीच, जोशीमठ के उपजिलाधिकारी अनूप नौटियाल ने कहा कि फिलहाल क्षेत्र में बहुत ज्यादा बारिश नहीं हो रही है और स्थिति सामान्य है। हालांकि जिले की लगभग सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से दो से तीन मीटर नीचे बह रही हैं। मौसम विभाग की अपेक्षाकृत भारी वर्षा की चेतावनी जारी करने के बाद कल केदारनाथ यात्रा को 18 जुलाई तक के लिये स्थगित कर दिया गया था। उधर, उत्तरकाशी के जिलाधिकारी आर रविशंकर ने कहा कि गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के लिये यात्रा जारी है।
प्रदेश के टिहरी जिले के दोगी क्षेत्र में नाथी गांव में कल तेज बारिश के बाद चट्टान से अचानक गिरे पत्थरों की चपेट में आकर एक महिला की मृत्यु हो गयी। उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर आज भी रुक-रुक कर लगातार बारिश होती रही जिसके चलते कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया और चारों धामों को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो सहित कई सड़कों पर यातायात अवरूद्ध हो गया।
पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमांउ दोनों क्षेत्रों में अनेक स्थानों पर मध्यम से अपेक्षाकृत भारी बारिश हुई। रूद्रप्रयाग में 61 मिमी, उत्तरकाशी में 51 मिमी, उखीमठ 48.7 मिमी, बड़कोट में 26.08 मिमी, टिहरी में 22 मिमी, धारचूला में 28.4 मिमी और मुनस्यारी में 23 मिमी बारिश दर्ज की गयी। ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बांसवाड़ा, फाटा और गुप्तकाशी में मलबा आने की वजह से अवरूद्ध हो गया है जबकि बद्रीनाथ राजमार्ग भी पातालगंगा, पगलानाला, लामबगड़ और कमेड़ा में मलबा आने से बंद हो गया है। इसी तरह गंगोत्री राजमार्ग रतूड़ीसेड़ा, मल्ला, लालढ़ा्रंग, नेताला और हेलकूगाड़ में अवरूद्ध है, जबकि यमुनोत्री राजमार्ग वाडिया और राणाचट्टी में मलबा आ जाने के कारण बंद है।
सभी जगहों पर सीमा सड़क संगठन द्वारा सड़कों को साफ कर यातायात के लिये खोलने की कार्रवाई की जा रही है।