कविता शर्मा, जी मीडिया, मुंबई
मुंबई: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मुंबई में सी-प्लेन सर्विस आज से शुरू हो गई है। मुंबई के लोगों को आज से सी प्लेन का तोहफा मिल गया है। आज से मुंबई और लोनावाला के बीच सी प्लेन की सर्विस शुरू हो गई है। यानि अब मुंबई से लोनावाला की दूरी 2.5-3 घंटे से घटकर सिर्फ 30 मिनट रह गई है। हालांकि इस सर्विस के लिए आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। सी प्लेन से सफर के लिए आपक एक तरफ का किराया करीब 3000 रुपये चुकाने होंगे।
भारत का पहला ऐसा शहर बन गया है जहां सीप्लेन के जरिेए समंदर की सैर की जा सकेगी। ये प्लेन जमीन के साथ ही पानी पर भी लैंड और टेक आफ कर सकता है। आपने ऐसे सीप्लेन हॉलीवुड फिल्मों में जरुर देखें होगें लेकिन अब आप इन सीप्लेन की सवारी कर सकेंगे।
ये सीप्लेन मुंबई को महाराष्ट्र के मशहूर टूरिस्ट प्लेसेज से जोड़ेगा। मोनोरेल और मेट्रो के बाद अब मुंबईकर सीप्लेन में सफर का मजा ले पाएंगें। जी हां, सीप्लेन यानी ऐसा एरोप्लेन जो पानी में लैंड करेगा। मुंबई में महाराष्ट्र टूरिज्म ने निजी कंपनी मेहर के साथ मिलकर ये सेवा शुरु कर ही दी। और सबसे बढ़िया बात, इसमें सफर का मजा लेने के लिए आपको मोटी रकम खर्च करने की जरूरत नहीं है।
जुहू एयरड्रोम से पवना डैम ( लोनावला ) के लिए पहली फ्लाईट 25 अगस्त को टेकऑफ कर चुकी है। इसके लिए ऑनलाईन बुकिंग मेहर मरिटाईम एनर्जी हेलि सर्विसेज प्राईवेट लिमिटेड की वेबसाईट पर शुरू की जा चुकी है। एक व्यक्ति के लिए एक तरफ का किराया 2,999 रु. होगा। पहली फ्लाईट लोनावला के लिए है लेकिन इसके अलावा सीप्लेन गिरगांव चौपाटी , शिर्डी , लवासा , महाबलेश्वर के लिेए भी उडान भरेगा। इतना ही नहीं जल्द गोवा में भी इसकी सर्विस शुरु होगी। सी-प्लेन उन जगहों के लिए मुफीद हैं जहां टेकऑफ और लैंडिंग के लिए उचित जमीन का अभाव होता है।
सीप्लेन की खासियत
-एयर क्राफ्ट की उडान क्षमता - यह प्लेन 750 से 3500मीटर की उंचाई पर उडेगें..ताकि लोग हवा से खूबसूरत पहाडियों , झीलों और प्राकृतिक सौंदर्य का मजा ले सकें ।
-मर्लिन मुनरो के नाम पर एयर क्राफ्ट
-इस सी-प्लेन का नामकरण इसके निर्माताओं ने मेरलिन हॉलिवुड की मशहूर अभिनेत्री मर्लिन मुनरो के नाम पर किया गया।
इस नौ सीटर सी प्लेन में दो पायलट मौजूद रहेंगे। मेहएयर ने इसके लिए चार पायलट हायर किए हैं इनमें से एक प्रियंका मनुजा भारतीय मूल की पहली महिला सी-प्लेन पायलट हैं। पुणे की रहने वाली मनुजा इससे पहले 2011 से अंडमान में भी सी-प्लेन उड़ा चुकी हैं। सीप्लेन जमीन और पानी दोनों पर ही उतर और उडान भर सकता है इसलिए इसको उतारने के लिए समुद्री किनारों और बडे जलाशयों या झीलों का उपयोग किया जाएगा। सीप्लेन को उतारने और उडान भरने के लिए फ्लोटिंग डॉक बनाया जाएगा।