हिंसा के लिए ईश्वर के नाम का इस्तेमाल नहीं करें : पोप
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हिंसा के लिए ईश्वर के नाम का इस्तेमाल नहीं करें : पोप

पोप फ्रांसिस ने आज यहां यहूदियों, इसाइयों और मुस्लिमों से ‘भाई-बहनों की तरह एक-दूसरे का सम्मान करने और एक-दूसरे से प्रेम करने’’ की अपील करते हुए ‘‘हिंसा के लिए ईश्वर के नाम का इस्तेमाल नहीं करने’ की बात कही।

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यरूशलम: पोप फ्रांसिस ने आज यहां यहूदियों, इसाइयों और मुस्लिमों से ‘भाई-बहनों की तरह एक-दूसरे का सम्मान करने और एक-दूसरे से प्रेम करने’’ की अपील करते हुए ‘‘हिंसा के लिए ईश्वर के नाम का इस्तेमाल नहीं करने’ की बात कही।
पोप ने अल अक्सा मस्जिद परिसर की यात्रा के दौरान यरूशलम के मुख्य मुफ्ती से मुलाकात की तथा मुस्लिमों, इसाइसों और यहूदियों से ‘न्याय एवं शांति के लिए मिलकर काम करने’ की अपील की। पोप ने तैयार व्याख्यान से हटते हुए यरूशलम के मुख्य मुफ्ती और अन्य एकत्रित मुस्लिम अधिकारियों को ‘ प्रिय मित्रों’ के बजाए ‘‘प्रिय भाइयों’’ कहकर संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘ हम न्याय एवं शांति के लिए मिलकर काम करें। आओ, दूसरों के दु:ख को समझना सीखें और हिंसा के लिए कोई ईश्वर के नाम का उपयोग न करे।’ इसके बाद उन्होंने जूते उतारे और डोम ऑफ द रॉक में प्रवेश किया, जिसे इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। पोप फ्रांसिस यहूदियों के सबसे पवित्र स्थल वेस्टर्न वॉल गए जहां उन्होंने रब्बी शम्यूएल राबिनोविच से मुलाकात की। उन्होंने वॉल पर करीब डेढ़ मिनट तक प्रार्थना भी की।
वह माउंट हज में दफनाए गए इस्राइली नेताओं एवं सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे। वह ऐसा करने वाले पहले पोप होंगे। पोप इस्राइली राष्ट्रपति शिमोन पेरेज और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात करेंगे। (एजेंसी)

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