जोहान्सबर्ग : ‘दक्षिण अफ्रीका के गांधी’ कहे जाने वाले नेल्सन मंडेला का भारत से गहरा नाता था और भारत के ‘राष्ट्रपिता’ महात्मा गांधी तथा उनके बीच अक्सर समानताएं खोजी जाती हैं।
रंगभेद नीति के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने वाले मंडेला का भारत से संबंध इस बात से पता चलता है कि 27 साल जेल में बिताने के बाद वर्ष 1990 में उन्होंने पहली बार विदेश जाने के लिए अपने ‘राजनीतिक गुरु’ और ‘आदर्श’ गांधी की धरती भारत को चुना। दरअसल, वह वर्ष 1990 में जेल से रिहा हुए और भारत ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। वर्ष 1993 में उन्हें शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया। मंडेला भारत रत्न पाने वाले पहले विदेशी नागरिक थे।
‘गांधीवादी’ मंडेला को दुनियाभर में प्यार से मदीबा नाम से जाना जाता है। उन्होंने ‘सत्य एवं अहिंसा’ के सिद्धांतों के लिए गांधी की हमेशा तारीफ की और उनके दर्शन का पालन किया। मंडेला ने वर्ष 1993 में दक्षिण अफ्रीका में गांधी स्मारक के उदघाटन के मौके पर कहा था कि महात्मा हमारे इतिहास का हिस्सा हैं क्योंकि उनका यहां सबसे पहले सच से सामना हुआ था। यहां उन्होंने न्याय के लिए दृढता प्रदर्शित की, यहां उन्होंने सत्याग्रह को दर्शन और संघर्ष के रूप में विकसित किया। जेल से रिहा होने के बाद, मंडेला कई बार भारत की यात्रा पर आए और उन्होंने भारत के लोगों को दक्षिण अफ्रीका आमंत्रित किया। उन्हें भारत में भारतीय नेता और प्रेरणादायी हस्ती के तौर पर याद किया जाएगा।
मंडेला को भारत सरकार द्वारा शांति प्रयासों के लिए वर्ष 2001 में अंतरराष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार से नवाजा गया। वह जब भी भारत आते थे, इसे अपने राजनीतिक गुरू की धरती की तीर्थयात्रा माना करते थे। वर्ष 1995 में मंडेला भारत की यात्रा के दौरान अहमदाबाद के पास एक ग्रामीण बस्ती में गये जहां गांधी ने दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद स्वयंसेवी तथा अहिंसा के विचारों को विकसित किया था।
मंडेला ने कहा था कि मैं महात्मा द्वारा गरीबों के लिए तय की गई नैतिकता, सादगी और प्रेम के स्तर को कभी नहीं छू सकता। उन्होंने कहा था कि गांधी बिना कोई कमजोरी वाले व्यक्ति थे लेकिन मैं कई कमजोरियों वाला हूं। गांधी और मंडेला अपने राजनीतिक जीवन में कई बार जेल गये। हालांकि दोनों के बीच समानता यह है कि दोनों ने जोहान्सबर्ग की जेल ‘फोर्ट प्रिजन’ में समय काटा।
गांधी और मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका में वंचितों के पक्ष में आवाज उठाकर अपना राजनीतिक आंदोलन शुरू किया था। दोनों ही विश्व शांति के लिए प्रेरणा बने। उन्होंने कई देशो और नेताओं को प्रेरित किया। (एजेंसी)
नेल्सन मंडेला
दक्षिण अफ्रीका के गांधी मंडेला का था भारत से गहरा नाता
‘दक्षिण अफ्रीका के गांधी’ कहे जाने वाले नेल्सन मंडेला का भारत से गहरा नाता था और भारत के ‘राष्ट्रपिता’ महात्मा गांधी तथा उनके बीच अक्सर समानताएं खोजी जाती हैं।
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