साप्ताहिक समीक्षा : सेंसेक्स, निफ्टी में दिखी मामूली तेजी

देश के शेयर बाजारों में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में जहां एक फीसदी से कम तेजी रही, वहीं तेजी खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) सेक्टर में छह फीसदी उछाल दर्ज किया गया।

मुंबई : देश के शेयर बाजारों में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में जहां एक फीसदी से कम तेजी रही, वहीं तेजी खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) सेक्टर में छह फीसदी उछाल दर्ज किया गया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.52 फीसदी या 100.01 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 19,495.82 पर बंद हुआ। इसी अवधि में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.44 फीसदी या 25.7 अंकों की तेजी के साथ 5,867.90 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में तेजी रही। आईटीसी (5.46 फीसदी), टाटा मोटर्स (5.24 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (4.12 फीसदी), गेल (4.06 फीसदी), जिंदल स्टील (3.04 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (4.44 फीसदी), टाटा स्टील (3.29 फीसदी), एसबीआई (3.01 फीसदी), एचडीएफसी (2.64 फीसदी) और बजाज ऑटो (2.33 फीसदी)।
आलोच्य सप्ताह में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से कुछ कम तेजी रही। मिडकैप 0.46 फीसदी या 27.49 अंकों की तेजी के साथ 5,991.99 पर और स्मॉलकैप 0.86 फीसदी या 48.53 अंकों की तेजी के साथ 5,692.05 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (6.01 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (2.69 फीसदी), वाहन (0.96 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.41 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.17 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। पांच सेक्टरों सार्वजनिक कंपनियां (2.20 फीसदी), बैंकिंग (1.66 फीसदी), धातु (1.37 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी) और बिजली (0.13 फीसदी) में गिरावट रही।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में डीजल की कीमत सोमवार मध्य रात से 50 पैसे बढ़ा दी गई। इस वृद्धि में कर शामिल नहीं हैं। सोमवार को ही जारी आंकड़े के मुताबिक देश के प्रमुख उद्योगों की विकास दर इस साल मई में 2.3 फीसदी रही, जो एक साल पहले 7.2 फीसदी थी। प्रमुख उद्योगों में शामिल हैं- बिजली, कोयला, सीमेंट, इस्पात, कच्चा तेल, पेट्रोलियम रिफायनरी, प्राकृतिक गैस और उर्वरक।
आठ प्रमुख उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 37.90 फीसदी योगदान होता है। इन उद्योगों की वृद्धि दर अपप्रैल में भी 2.3 फीसदी थी। दूरसंचार आयोग ने मंगलवार को दूरसंचार क्षेत्र में 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दे दी। दूरसंचार विभाग अब औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) को विस्तृत ब्यौरा भेजेगा, जो बाद में मंजूरी के लिए इसे मंत्रिमंडल के पास भेजेगा। एफडीआई सीमा वर्तमान 74 फीसदी से बढ़ाने से क्षेत्र में नई पूंजी का प्रवाह होगा।
अभी क्षेत्र में 74 फीसदी एफडीआई सीमा में से 49 फीसदी निवेश बिना अनुमति लिए और शेष विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की अनुमति से किया जा सकता है। क्षेत्र में वित्तीय चुनौती को दूर करने के लिए आयोग ने दूरसंचार वित्त निगम के गठन पर भी चर्चा की और इस पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाए जाने के निर्देश दिए। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने गुरुवार को कहा कि आरबीआई का रुपये के स्तर को लेकर कोई लक्ष्य नहीं है, वह रुपये में स्थिरता लाने के लिए हर संसाधन का उपयोग करेगा। हाल ही में रुपया डॉलर के मुकाबले 60 से अधिक के निचले स्तर पर पहुंच गया था।
बैंकिंग लाइसेंस आवेदनों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नए बैंक को लेकर कोई निश्चित संख्या तय नहीं है और प्रत्येक आवेदक को एक-एक लाइसेंस मिल भी नहीं सकता है। आदित्य बिड़ला नूवो के लाइसेंस की दौर में शामिल होने और उसके अध्यक्ष कुमारमंगलम बिड़ला के आरबीआई के बोर्ड में होने के कारण हितों के संभावित टकराव को लेकर पूछे गए सवाल पर सुब्बाराव ने कहा कि बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाना एक नई घटना है और बिड़ला बोर्ड में पिछले छह वर्षो से हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
सुब्बाराव ने कहा कि आरबीआई अगले तीन से चार महीने में आवेदनों का मूल्यांकन करेगा और उसके बाद दूसरी समिति इनका अध्ययन करेगी और इन पर फैसला लेगी। उन्होंने गैर निष्पिादित परिसंपत्तियों को लेकर चिंता का इजहार करते हुए कहा कि प्रत्येक बैंक में समुचित पूंजी का निवेश किया गया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम की यह धारणा कि आरबीआई को महंगाई पर नियंत्रण करने के अलावा आर्थिक विकास और रोजगार सृजन पर भी ध्यान देना चाहिए, के बारे में पूछने पर सुब्बाराव ने कहा कि आरबीआई वित्तीय स्थिरता और औद्योगिक विकास के बीच संतुलन स्थापित करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है। (एजेंसी)

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.