Budget Speech: किसानों, सैलरीड क्लॉस और कारोबारियों को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. आयकर छूट के मामले में सैलरीड क्लॉस को पिछले कई बजट से किसी तरह की राहत नहीं मिली है.
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FM Nirmala Sitharaman: वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. 31 जनवरी को बजट सत्र शुरू हो जाएगा और 1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) आम बजट पेश करेंगी. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह आखिरी पूर्ण बजट होगा. सरकार की कोशिश चुनाव से पहले पेश होने वाले बजट को लोकलुभावन बनाने पर है. किसानों, सैलरीड क्लॉस और कारोबारियों को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. आयकर छूट के मामले में सैलरीड क्लॉस को पिछले कई बजट से किसी तरह की राहत नहीं मिली है. आइए अब बात करते हैं निर्मला सीतारमण के रिकॉर्ड के बारे में...
2020 का बजट भाषण सबसे लंबा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहली बार 2019 में बजट पेश किया था. इस बजट को पढ़ने में उन्हें सवा 2 घंटे का समय लगा था. इसके बाद 2020 के बजट भाषण को पढ़ने में उन्हें 2 घंटे 41 मिनट का समय लगा था. सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड भी निर्मला सीतारमण के ही नाम है. इस बजट भाषण में 18 हजार 926 शब्द थे. इसके बाद 2021 में वित्त मंत्री की तरफ से पेश किए गए बजट को पढ़ने में उन्हें 1 घंटा 50 मिनट लगा था. साल 2022 में यह अवधि घटकर 1 घंटा 32 मिनट रह गई थी.
2022 में पेश किया सबसे छोटा बजट भाषण
साल 2022 में पेश किया गया बजट निर्मला सीतारमण का अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण था. अब 2023 में वह पांचवी बार आम बजट पेश करेंगी. इसकी अवधि भी 2 घंटे से कम रहने की उम्मीद है. 2022 में उन्होंने सुबह करीब 11 बजे लोकसभा में बजट भाषण (Budget Speech) पढ़ना शुरू किया था और इसे दोपहर करीब 12.32 बजे पूरा कर दिया था. इस तरह इसे उन्होंने 1 घंटा 32 मिनट में पूरा कर दिया था.
अब तक के सबसे लंबे बजट भाषण
2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण 2 घंटे 40 मिनट का पढ़ा था. इसके बाद 2019 में 2 घंटे 15 मिनट का बजट भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है. 2003 में तत्कालीन वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने 2 घंटे 13 मिनट का बजट भाषण पढ़ा था, यह तीसरा सबसे लंबा बजट भाषण था. साल 2014 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट भाषण के लिए 2 घंटे 10 मिनट का समय लिया था.
सबसे छोटा बजट भाषण
यदि शब्दों के हिसाब से बात करें तो निर्मला सीतारमण के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 में 18,650 शब्दों का बजट भाषण पढ़ा था. अब तक के सबसे छोटे बजट भाषण का रिकॉर्ड 1977 में हिरूभाई एम पटेल के नाम है. उन्होंने उस समय अंतरिम बजट पेश करते हुए 800 शब्दों का सबसे छोटा बजट भाषण कुछ ही मिनट में पूरा कर दिया था.
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