सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के मामले में चीन को पछाड़ने के बाद साल 2018-19 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है.
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नई दिल्ली : सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के मामले में चीन को पछाड़ने के बाद साल 2018-19 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है. अर्थव्यवस्था की तेजी को लेकर यह अनुमान केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जताया गया है. इससे पहले 2017-18 में विकास दर 6.7 प्रतिशत रही थी. इससे पहले साल 2018 में उतार-चढ़ाव के बावजूद दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहा. भारत ने चीन को भी पीछे छोड़ा. हालांकि, साल के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध की आशंका के बीच कई बार अर्थव्यवस्था ऊपर नीचे हुई.
पहली तिमाही में जीडीपी 8.2 प्रतिशत रही
भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार का अनुमान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़ों से लगता है. 2018-19 की 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही. साल के पहले तीन महीनों जनवरी से मार्च के दौरान यह 7.7 प्रतिशत रही थी. हालांकि, जीडीपी की वृद्धि दर 30 सितंबर को समाप्त अगली तिमाही में घटकर 7.1 प्रतिशत रह गई. फिच रेटिंग ने भारतीय अर्थव्यवस्था की चालू वित्त वर्ष की वृद्धि दर के अनुमान को 7.8 से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भी कहा था कि सरकार 2019 में वृद्धि को रफ्तार देने के लिए सुधारों की रफ्तार तेज करेगी. कुमार ने कहा कि निवेश रफ्तार पकड़ रहा है और 2019 के कैलेंडर वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहेगी.