केंद्र की इस योजना से तहत अगले 5 साल में करीब 4 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा और 7,920 करोड़ रुपये का अतिरिक्त इनवेस्टमेंट, 1,68,000 करोड़ रुपये का उत्पादन, 64,400 करोड़ रुपये का इंपोर्ट होगा.
Trending Photos
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बुधवार को एयर कंडीशनर (Air Conditioner) और एलईडी लाइट (LED Lights) के लिए 6,238 करोड़ रुपये के खर्च से प्रोडक्शन बेस्ड इंसेंटिव (PLI) योजना को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में ये निर्णय लिया गया है.
इस दौरान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि AC और LED के लिए पीएलआई योजना की मंजूरी से इन क्षेत्रों में घरेलू विनिर्माण को मजबूती मिलेगी. इसका मकसद संबंधित क्षेत्रों की अक्षमताओं को दूर कर, खर्चों में कटौती के साथ दक्षता (Efficiency) सुनिश्चित करके देश में वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है.
ये भी पढ़ें:- वेश्याओं को रेप के बाद लूटा, 1 'भूल' की वजह से फंसे; मिली 33 साल की जेल
पूरी तरह से एक फ्रेंडली एनविरोनमेंट तैयार करने और भारत को ग्लोबल सप्लाई चेन का अभिन्न हिस्सा बनाने के मकसद से इस योजना को तैयार किया गया है. इससे वैश्विक निवेश आकर्षित होने, बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होने और सतत रूप से एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद है. बयान के अनुसार, 'PLI योजना के तहत एयर कंडीशनर तथा एलईडी लाइट के निर्माण से जुड़ी कंपनियों को अगले 5 वर्षों के दौरान भारत में निर्मित वस्तुओं की बढ़ी हुई बिक्री पर 4 प्रतिशत से 6 प्रतिशत की दर से बढ़ावा दिया जाएगा.'
ये भी पढ़ें:- आपके फोन से कंट्रोल होंगे ये स्कूटर्स, बेहद सस्ते दाम में कर सकते हैं खरीदारी
इसके लिए कंपनियों का चयन उन पार्ट्स और इक्विपमेंट्स के हिस्से के सब असेम्बलिंग को प्रोत्साहन देने के आधार पर किया जाएगा, जिन्हें फिलहाल भारत में पर्याप्त क्षमता के साथ नहीं बनाया जा रहा है. बयान के अनुसार, तैयार वस्तुओं को सिर्फ असेम्बल के लिए प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा. इसमें कहा गया है कि विभिन्न टारगेट एरिया के लिए प्री एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करने वाली कंपनियां योजना में भाग लेने के योग्य मानी जाएंगी. पुराने और नए प्रोजेक्ट में निवेश करने वाली कंपनियां भी प्रोत्साहन योजना के योग्य मानी जाएंगी. प्रोत्साहन का दावा करने के लिए आधार वर्ष पर निर्मित वस्तुओं के सन्दर्भ में निवेश और बिक्री में वृद्धि की शर्त को पूरा करना होगा.
ये भी पढ़ें:- 30 से कम उम्र के लोगों को AstraZeneca की जगह दूसरी वैक्सीन की पेशकश, जानिए वजह
उम्मीद है कि यह योजना, एसी और एलईडी लाइट बिजनेस में हाई ग्रोथ रेट हासिल करने, भारत में सहायक पार्ट्स के सम्पूर्ण एनविरोनमेंट को विकसित करने तथा भारत में मैन्युफेक्चरिंग के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों को तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी. एक अनुमान के अनुसार अगले 5 साल में योजना से 7,920 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश, 1,68,000 करोड़ रुपये का उत्पादन, 64,400 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं का निर्यात, 49,300 करोड़ रुपये की प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष राजस्व प्राप्ति के साथ प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार के 4 लाख अवसर पैदा होंगे. गोयल ने कहा कि योजना से AC में 25 से 75 प्रतिशत जबकि एलईडी लाइट में 40 से 45 प्रतिशत मूल्य एडिशन होगा.
LIVE TV