Senior Citizen Ticket Concession: कई संगठनों और समितियों ने रेल किराये में मांगी जा रही छूट पर विचार करने के बाद यह फैसला किया है. रेलवे ने तय किया कि कुछ खास मामलों को छोड़कर किसी भी यात्री को रेल किराये में छूट नहीं दी जाएगी.
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Indian Railways News: रेलवे मिनिस्ट्री ने सीनियर सिटीजन को किराये में मिलने वाली छूट को कोरोना काल में बंद कर दिया था. उसके बाद अलग-अलग संगठनों की तरफ से किराये में मिलने वाली छूट को बहाल करने की मांग की गई. इतना ही नहीं रेल किराये में छूट का मामला विपक्षी सांसदों ने संसद में भी उठाया था. लेकिन अब इसको लेकर सरकार ने फैसला कर लिया है. दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार रेल किराये में यात्रियों को मिलने वाली छूट बहाल नहीं की जाएगी.
मांग पर विचार के बाद फैसला
खबर में बताया गया कि कई संगठनों और समितियों ने लोगों की तरफ से की जा रही इस मांग पर विचार करने के बाद यह फैसला किया है. रेलवे की तरफ से इसके बाद यह तय किया गया कि कुछ खास मामलों को छोड़कर किसी भी यात्री को रेल किराये में छूट नहीं दी जाएगी. छूट को फिर से बहाल नहीं करने के पीछे रेलवे का तर्क है कि किराये में सब्सिडी पहले की ही तरह जारी रहेगी. लेकिन अतिरिक्त छूट देना संभव नहीं होगा.
100 का टिकट 55 रुपये में
पिछले दिनों रेल मंत्री ने भी एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि रेलवे की तरफ से 100 रुपये का टिकट यात्रियों को 55 रुपये में मुहैया कराया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि रेलवे पहले से ही सब्सिडाइज टिकट दे रहा है. इसके बाद यह साफ हो गया है कि सीनियर सिटीजन समेत अन्य कैटेगरी में 2020 से पहले दी जाने वाली रियायत भविष्य में भी शुरू नहीं की जाएगी. कोरोना से पहले मार्च 2020 तक 58 साल से ऊपर की महिलाओं और 60 साल से ऊपर के पुरुषों को किराये में छूट दी जाती थी.
रेलवे की तरफ से इस छूट को 2020 की तरफ से बंद कर दिया गया था. इस पर संसदीय समितियों, अलग-अलग संगठनों और सांसदों ने छूट बहाल करने की सिफारिश की थी. हालांकि रेलवे की तरफ से यह फैसला किया गया कि कुछ गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर आदि से ग्रस्त यात्रियों को किराये में छूट मिलती रहेगी. रेलवे का कहना है कि आने वाले समय में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. जैसे बुजुर्गों और महिलाओं को बिना अतिरिक्त किराया दिये लोअर बर्थ प्राथमिकता के आधार पर मिलेगी.