सऊदी में 4 लाख, अमेर‍िका में 2 लाख सैलरी...फ‍िर भी इजरायल जाने को क्‍यों मची मारामारी?
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सऊदी में 4 लाख, अमेर‍िका में 2 लाख सैलरी...फ‍िर भी इजरायल जाने को क्‍यों मची मारामारी?

Salary in America: भर्ती प्रक्र‍िया के तहत आवेदकों का टेस्‍ट लेने के ल‍िए इजराइल की टीम आई हुई थी. इजरायल से आई टीम ने टेस्‍ट के बेस पर शटरिंग, पेंटर और खेती से जुड़ा काम करने के ल‍िए मजदूरों की भर्ती की थी.

सऊदी में 4 लाख, अमेर‍िका में 2 लाख सैलरी...फ‍िर भी इजरायल जाने को क्‍यों मची मारामारी?

Jobs in Israel: हमास से जंग के बाद इजरायल में मजदूरों की कमी हो गई है. जंग से हुए नुकसान को पूरा करने और इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को फ‍िर से तैयार करने के ल‍िए वहां पर भारत की तरफ से मजदूर भेजे गए हैं. 60 मजदूरों का पहला जत्‍था हर‍ियाणा से इजरायल पहुंच गया है. दरअसल, मजदूरों की कमी होने के बाद इजरायल सरकार ने भारतीय श्रम‍िकों को भर्ती करने का फैसला क‍िया था. ज‍िस समय दोनों सरकारों के बीच यह करार हुआ तो उसके बाद हर‍ियाणा सरकार ने हजारों बेरोजगारों को नौकरी देने का ऐलान क‍िया था. इसके ल‍िए बकायदा कैंप लगाकर अलग-अलग शहरों में भर्ती प्रक्र‍िया शुरू की गई. भर्ती की तय शर्तों को पूरा करने वालों को अब धीरे-धीरे इजरायल भेजा जा रहा है.

क‍िस तरह का काम करना होगा

भर्ती प्रक्र‍िया के दौरान की वीड‍ियो और फोटो सोशल मीड‍िया पर वायरल हुई थीं. नौकरी पाने की कोश‍िश करने वालों में सबसे ज्‍यादा युवक यूपी और ब‍िहार से पहुंचे थे. भर्ती प्रक्र‍िया के तहत आवेदकों का टेस्‍ट लेने के ल‍िए इजराइल की टीम आई हुई थी. इजरायल से आई टीम ने टेस्‍ट के बेस पर शटरिंग, पेंटर और खेती से जुड़ा काम करने के ल‍िए मजदूरों की भर्ती की थी. नौकरी पाने वालों में यूपी, ब‍िहार के अलावा पंजाब और राजस्थान के युवक भी शाम‍िल थे. 

क्‍यों लगी लाइन?
इजरायल में नुकसान होने के बाद वहां की सरकार ने भारत से मदद मांगी. इसके लिए भारत में भर्ती प्रक्र‍िया चलाकर मजदूरों का चयन किया गया. जंग से पहले वहां पर फलिस्तीनी मजदूर काम करते थे. लेकिन हमास से युद्ध के बाद उनका परमिट रद्द कर द‍िया गया. इसके बाद इजरायल में मजदूरों की कमी हो गई. इस कमी को पूरा करने के ल‍िए सरकार से हुए करार के तहत कैम्‍प लगाकर भर्त‍ियां की गईं. भारत की तरफ से आने वाले समय में अलग-अलग जत्‍थों में और भी मजदूरों को भेजा जाना है.

इजरायल में दूसरे देशों से कम सैलरी  
मीड‍िया र‍िपोर्ट के अनुसार ज‍िन मजदूरों को इजरायल भेजा गया है, उनका एक साल का कॉन्ट्रैक्ट है. न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार इजरायल जाने वाले भारतीय मजदूरों को हर महीने 6100 इजरायली न्यू शेकेल करेंसी मिलेगी. भारतीय रुपयों में यह करीब 1.40 लाख रुपये होते हैं. सैलरी के अलावा 16,515 रुपये बोनस के तौर द‍िया जाएगा. वहां काम करेन वाले मजदूरों को मेडिकल इंश्‍योरेंस, खाना-पीना, रहने की जगह इजरायल सरकार की तरफ से दी जा रही है. लेक‍िन यूएई और अमेर‍िका में इससे ज्‍यादा पैसा मजदूरों को म‍िलता है.

यूएई और अमेर‍िका में सैलरी
इंटरनेशनल ह्यूमन रिसोर्स ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार यूएई में साल 2023 में एवरेज सैलरी 16,500 दिरहम है. भारतीय रुपये में यह करीब 3.75 लाख रुपये होती है. इसके अलावा अमेरिका में क‍िसी भी मजदूर की एवरेज सैलरी 7.25 डॉलर प्रति घंटे है. यद‍ि कोई 12 घंटे काम करता है तो आप रोजाना 88 डॉलर कमाएंगे. एक द‍िन 7,336 रुपये होती है. महीने का ह‍िसाब लगाए तो यह 2.20 लाख रुपये होते हैं.

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