सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2020-21 (Sovereign Gold Bond Scheme 2020-21) की सातवीं सीरीज का आज आखिरी दिन है, सस्ता सोना खरीदना चाहते हैं तो आपके अब बस कुछ घंटे ही बचे हैं.
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नई दिल्ली: दिवाली के लिए अगर सस्ता सोना (Gold) खरीदना चाहते हैं तो आज आपके पास आखिरी दिन है. 12 जनवरी को सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 2020-21 (Sovereign Gold Bond Scheme 2020-21) की सातवीं सीरीज शुरू हुई थी, जिसकी आज आखिरी तारीख है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में को रिजर्व बैंक सरकार की तरफ से जारी करता है, जिसमें आप फिजिकल गोल्ड की जगह डिजिटल गोल्ड हासिल करते हैं. जिसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. आइए इसके बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता. यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। अगर बात रिडेंप्शन की करें तो पांच साल के बाद कभी भी इसको भुना सकते हैं।
अगर आप सॉवरेज गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास PAN होना जरूरी है. इसे आप सभी कमर्शियल बैंक (RRB, छोटे फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक को छोड़कर), डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या सीधे एजेंट्स के जरिए आवेदन कर सकते हैं.
गोल्ड बॉन्ड के लिए रिजर्व बैंक ने इश्यू प्राइस 5,051 रुपये प्रति ग्राम तय किया है. यानि 10 ग्राम सोने का भाव 50510 रुपये होगा. अगर आप इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई करते हैं और डिजिटल पेमेंट करते हैं तो 50 रुपये की छूट मिलेगी, तब आपको ये 5001 रुपये प्रति 1 ग्राम पड़ेगा.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक लंबे समय का निवेश है. इसका मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का है. लेकिन आप 5वें साल से इसको भुना सकते हैं. जब आप इसको भुनाएंगे तब आपको क्या कीमत मिलेती ये उस वक्त मार्केट में गोल्ड के भाव पर निर्भर करेगा.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की खास बात ये है कि आप इसमें सिर्फ 1 ग्राम सोना खरीदकर शुरुआत कर सकते हैं. एक वित्त वर्ष में आप 4 किलो तक गोल्ड खरीद सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड में आपको सरकार सालाना 2.5 परसेंट का ब्याज भी देती है. यानी आपको सोने की बढ़ती कीमतों के अलावा ब्याज भी अलग से मिलता है.
जब आप फिजिकल गोल्ड खरीदने जाते हैं तो कुल कीमत पर GST चुकाना होता है, लेकिन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में GST नहीं देना होता. साथ ही मैच्योरिटी के वक्त कोई भी कैपिटल गेंस बिल्कुल टैक्स फ्री होता है. ये छूट सिर्फ गोल्ड बॉन्ड्स में ही मिलती है.
सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड स्कीम को लेकर निवेशकों को इंतजार रहता है. इस योजना की 8वीं सीरीज 9 नवंबर से 13 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए आएगी.
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