वर्तमान में अपने और दूसरे बैंक के ATM से तय संख्या से ज्यादा ट्रांजेक्शन करने पर चार्ज कटता है. ग्राहकों की अपील के बाद RBI इस चार्ज को कम करने पर विचार कर रहा है.
Trending Photos
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने पिछले दिनों NEFT और RTGS को फ्री कर दिया था. उसके बाद लोगों की यह शिकायत थी कि ATM ट्रांजेक्शन को लेकर भी केंद्रीय बैंक कोई ठोस फैसला ले, क्योंकि वर्तमान में अपने बैंक और दूसरे बैंक के एटीएम से कुछ ही ट्रांजेक्शन मुफ्त है. उसके बाद हर ट्रांजेक्शन के लिए चार्ज कटता है. इसके अलावा अगर अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं है तब भी बैंक चार्ज करता है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट आई थी जिसके मुताबिक, पिछले तीन सालों में बैंकों ने मिनिमम बैलेंस नहीं होने के नाम पर 10 हजार करोड़ की कमाई की है.
सहयोगी वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, ATM ट्रांजेक्शन चार्ज को लेकर जल्दी ही सेंट्रल बैंक कोई आखिरी फैसला ले सकता है. एटीएम चार्ज की समीक्षा को लेकर बनाई गई समिति अपनी रिपोर्ट जल्द सौंप सकती है. सूत्रों के मुताबिक, एटीएम चार्ज को पूरी तरह नहीं हटाया जाएगा. बल्कि इसे घटाने पर विचार हो रहा है. एटीएम उपभोक्ताओं को राहत देने के समिति ने अपने कुछ सुझाव तैयार किए हैं. जल्द ही इसकी रिपोर्ट RBI को सौंपी जाएगी.
क्या है इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर
इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर के फीस स्ट्रक्चर से ही तय होता है कि दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करने पर उपभोक्ता को कितना चार्ज चुकाना होगा. फिलहाल, दूसरे बैंक के एटीएम से ट्रांजेक्शन पर एक तय संख्या तक कोई चार्ज नहीं लिया जाता है. इस सीमा के पार होने पर बैंक फीस वसूलते हैं. हर बैंक ने इसके लिए अपना स्ट्रक्चर तय किया हुआ है.
कितना लगता है चार्ज
अगर ICICI बैंक की बात करें तो अभी मेट्रो शहरों में महीने की पहली तीन ट्रांजेक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगता है. वहीं, दूसरे शहरों में पांच ट्रांजेक्शन तक फ्री हैं. इसके बाद प्रति ट्रांजेक्शन 20 रुपए की फीस वसूली जाती है. नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर यह 8.50 रुपए है. बैंक की वेबसाइट से इसका पता चलता है.
SBI भी वसूलता है 20 रुपए
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई में छह बड़े मेट्रो शहरों में महीने के तीन ट्रांजेक्शन मुफ्त होते हैं. दूसरी जगह पर महीने के पहले पांच ट्रांजेक्शन मुफ्त होते हैं. इसके बाद बैंक 20 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) की दर से ट्रांजेक्शन चार्ज लिया जाता है. वहीं, नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर 8 रुपए (जीएसटी अतिरिक्त) वसूलता है.
कौन-कौन है समिति में शामिल
समिति में इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के सीईओ वीजी कनन के अलावा, नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन के सीईओ दिलीप असबे, एसबीआई के सीजीएम गिरी कुमार नायर, एचडीएफसी बैंक के लाइबिलिटी प्रोडक्ट के ग्रुप हेड एस सम्पत कुमार, कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री के डायरेक्टर के श्रीनिवास और टाटा कम्युनिकेशंस पेमेंट सॉल्यूशंस के सीईओ संजीव पटेल शामिल हैं.