Madhabi Puri Buch: सेबी के 1000 कर्मचारियों में से करीब 500 ने अगस्त की 6 तारीख को वित्त मंत्रालय को एक शिकायती पत्र भेजा था. इसमें सेबी की टॉप लीडरशिप पर टॉक्सिक वर्क कल्चर, अनरियलिस्टिक टारगेट और मैक्रो मैनेजिंग करने का आरोप लगाया गया था.
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Sebi Employees Protest: सेबी कर्मचारियों ने 5 सितंबर को ऑफिस के बाहर टॉप मैनेजमेंट को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि सेबी कर्मचारी मीडिया को दिये गए पांच पेज के खंडन से नाराज हैं. नोट में कहा गया कि सेबी में अनप्रोफेशनल वर्क कल्चर के दावे भ्रामक हैं. बाहरी तत्वों ने खराब प्रदर्शन के बावजूद हायर सैलरी की मांग करने के लिए जूनियर कर्मचारियों को प्रभावित किया. मीडिया को दी गई जानकारी से सेबी कर्मचारी नाराज हैं. दरअसल, सेबी के 500 कर्माचारियों ने वित्त मंत्रालय को भेजे एक शिकायती पत्र में टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे और अपनी समस्याओं से अवगत कराया था.
15 मिनट का मौन प्रदर्शन रखकर भी विरोध जताया
सेबी कर्मचारियों ने कहा कि यह प्रदर्शन केवल मॉक ड्रिल है. उनकी तरफ से इसे आने वाले समय में भी जारी रखा जाएगा. कर्मचारियों ने कहा कि उनका प्रदर्शन सेबी की टॉक्सिक वर्क कल्चर के खिलाफ है. यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आने वाले समय में प्रदर्शन जारी रहेगा. सेबी के 1000 कर्मचारियों में से करीब 500 ने अगस्त की 6 तारीख को वित्त मंत्रालय को एक शिकायती पत्र भेजा था. इसमें सेबी की टॉप लीडरशिप पर टॉक्सिक वर्क कल्चर, अनरियलिस्टिक टारगेट और मैक्रो मैनेजिंग करने का आरोप लगाया गया था. विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों की तरफ से 15 मिनट का मौन प्रदर्शन भी रखा गया. शिकायत में टॉप मैनेजमेंट के काम करने के तरीके और चिल्लाने की बात भी कही गई.
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एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन ने भी लगाया था आरोप
सेबी कर्मचारियों ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के इस्तीफे की मांग की है. साथ ही कहा कि सेबी ऑफिशियल की तरफ से जारी किये गए ई-मेल को वापस लिया जाए. सेबी कर्मचारियों की तरफ से की गई शिकायत में बताया गया 'मीटिंग में चिल्लाना, डांटना और कर्मचारियों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना आम हो गया है. आपको बता दें यह सब मामला तब सामने आया है जब सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर रेग्युलेटर की अडानी ग्रुप से जुड़ी जांच को लेकर हितों के टकराव का आरोप लगा है. इससे पहले एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
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मिनट-दर-मिनट एक्टिविटी पर नजर!
कर्मचारियों की तरफ से 'Grievances of Sebi Officers-A Call for Respect' शीर्षक से लिखे गए पत्र में यह भी बताया गया कि बुच की अगुवाई वाली लीडरशिप टीम मेंबर्स के साथ 'कठोर और अनप्रोफेशनल भाषा' का इस्तेमाल करती है. उनकी 'मिनट-दर -मिनट' की एक्टिविटी पर नजर रखी जाती है. सेबी के इतिहास में यह पहला मौका है जब उसके अधिकारियों की तरफ से अनफ्रेंडली इम्प्लाई प्रेक्टिस को लेकर चिंता जताई गई है.
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