सख्ती : उत्तराखंड में कई बिल्डर्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा रेरा
Advertisement

सख्ती : उत्तराखंड में कई बिल्डर्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा रेरा

प्रदेश में कई बिल्डर्स के खिलाफ रेरा एफआइआर दर्ज कराने का मन बना रहा है. बड़े पैमाने पर मिल रही शिकायतों के चलते रेरा बिल्डर्स के खिलाफ सख्त एक्शन लेने वाला है.

सख्ती : उत्तराखंड में कई बिल्डर्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा रेरा

नई दिल्ली : प्रदेश में कई बिल्डर्स के खिलाफ रेरा एफआइआर दर्ज कराने का मन बना रहा है. बड़े पैमाने पर मिल रही शिकायतों के चलते रेरा बिल्डर्स के खिलाफ सख्त एक्शन लेने वाला है. रियल एस्टेट रेगुलेशन एक्ट यानी रेरा प्रदेश में बिल्डर्स के खिलाफ आ रही शिकायतों के मामले में कठोर कदम उठाने जा रहा है. मानकों को ताक पर रखकर गगनचुंबी इमारतों को बनाने वाली बिल्डर्स के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई होने जा रही है पेश है.

प्रदेश में मनमाने तरीके से बिल्डर्स बिना रेरा के रजिस्ट्रेशन के ही गगनचुंबी इमारतों का निर्माण कर रहे हैं. अधिकारियों की मिलीभगत से नियमों को ताक पर रखकर बिल्डर्स बड़े-बड़े फ्लैट बना रहे हैं. मगर जिस तरह से रेरा में शिकायतें आ रही हैं ऐसे में रेरा ने बिल्डर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का मन बना रहा है. रेरा में अभी तक 242 बिल्डर्स ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. लेकिन हैरत की बात है कि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर के साथ पूरे प्रदेश से बिल्डर्स के खिलाफ 400 शिकायतें रेरा में पहुंच चुकी है. शिकायतों में खासतौर से तीन प्रमुख बातें सामने आई है कि बिल्डर्स मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं. निर्धारित समय पर फ्लैट नहीं दे रहे हैं और फ्लैट बेचने के बाद सिक्योरिटी, बिजली और क्लब के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं. ऐसे रेरा प्रदेश के 50 से अधिक बिल्डर्स के खिलाफ नोटिस जारी किया है साथ में करीब दो करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है. देहरादून के गोल्डन मैन्युर और रुड़की से निशु कंस्ट्रक्शन, उधम सिंह नगर से सामिया बिल्डर के खिलाफ करीब 60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है . अगर बिल्डर्स ने नोटिस का जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है यानी मुकदमा भी रेरा दर्ज कराएगा.

बिजली का पासवर्ड भी ग्राहकों को नहीं दे रहे बिल्डर
बिल्डरों की मनमानी का आलम यह है कि बिल्डर बिजली का पासवर्ड भी ग्राहक खरीदारों को नहीं दे रहे हैं. साथ ही सिक्योरिटी के नाम पर हर महीने दो लाख रुपये से ज्यादा की वसूली की जा रही है. इतना ही नहीं है बिल्डर जब भी मौका मिलता है फ्लैट में आ धमकते है. इस फ्लैट में एमडीडीए के एक इंजीनियर को भी बिल्डर्स ने एक फ्लैट दिया है. और बताया यह भी जा रहा है कि इसमें एक पुलिस अधिकारी को भी फ्लैट देने की बात चल रही है.  इस तरह से अधिकारियों पुलिस प्रशासन के साथ बिल्डर तालमेल करके ग्राहकों को डरा धमका करके उनसे वसूली भी कर रहे हैं.

पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर बिल्डर्स मानकों को ताक में रखकर नए-नए गगनचुंबी बिल्डिंगों का निर्माण कर रहे है . मनमाने तरीके पर तरीके से ग्राहकों को बिल्डर्स फ्लैट बेच रहे. लेकिन जिस तरह से अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि जब अधिकारी ही बिल्डर के साथ मिल जाएंगे तो आप लोगों का क्या होगा जिस तरह से फ्लैट कल्चर बढ़ रही है ऐसे में बिल्डर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है, जिससे जबरन वसूली का सिलसिला बंद हो सके अब देखना होगा कि इस बारे में रेरा कितना सख्त कदम उठाता है?

(रिपोर्ट : राम अनुज, देहरादून)

Trending news