Delhi: दिल्‍ली सरकार ने सैनिक स्कूल की तर्ज पर खोला शहीद भगत सिंह स्‍कूल, सेना के लिए ट्रेंड होंगे बच्चे
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Delhi: दिल्‍ली सरकार ने सैनिक स्कूल की तर्ज पर खोला शहीद भगत सिंह स्‍कूल, सेना के लिए ट्रेंड होंगे बच्चे

Delhi government: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal ) ने शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल (Shaheed Bhagat Singh Armed Forces Preparatory School ) का उद्घाटन किया. सरकार का कहना है कि इस स्‍कूल में हर वर्ग के परिवारों के युवा बहादुर पढ़ेंगे. इस स्‍कूल में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. जानिए इस स्‍कूल के बारे में. 

दिल्‍ली सरकार ने खोला शहीद भगत सिंह स्‍कूल, बच्‍चो होंगे सेना के लिए ट्रेंड

Delhi CM Inaugurated Bhagat Singh School: दिल्‍ली सरकार ने 27 अगस्‍त को दिल्‍ली वासियों को एक नई सौगात दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल का उद्घाटन कर दिया है. इस स्‍कूल में कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्र प्रवेश ले सकेंगे. ये विद्यालय पूरी तरह से फ्री होगा जहां पर छात्र रहकर पढ़ाई कर सकेंगे. इस स्कूल में छात्रों को सेना में भर्ती करने की तैयारी भी कराई जाएगी.  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये स्‍कूल सैनिक स्कूलों से बेहतर हैं. 

देश सेवा के लिए तैयार होंगे छात्र  

शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल में एडमिशन लेकर स्‍टूडेंट अपने देश सेवा के सपने को पूरा कर सकेंगे. इस स्‍कूल में उन्‍हें वो सारी सुविधाएं दी जाएंगी, जो डिफेंस और नेवी की तैयारी के लिए जरूरी होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोई सैनिक स्कूल नहीं था. हमने एक साल पहले इसे बनाने की तैयारी शुरू की, लेकिन यह नहीं पता था कि स्कूल एक साल में तैयार होगा या नहीं. केजरीवाल ने कहा, मैंने बच्‍चों से बातचीत की. इस दौरान पाया कि उनमें से 80 से 90 फीसदी बच्‍चे सरकारी स्‍कूल और 10 से 15 फीसदी बच्‍चे निजी स्कूलों में जाते है. इस स्‍कूल में सेना के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए साइकोमेट्रिक टेस्ट, पर्सनैलिटी डेवपलमेंट और मॉक टेस्ट की कार्यशाला आयोजित की जाएगी. 

ऐसे मिलेगा एडमिशन 

इस स्‍कूल में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को पहले चरण में एप्टीट्यूड टेस्ट देना होगा और फिर दूसरे चरण में उनका इंटरव्यू लिया जाएगा. उसके बाद छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. कक्षा 9वीं और 11वीं में 100-100 छात्र प्रवेश ले सकते हैं. इस साल 18 हजार से भी ज्यादा छात्रों ने एडमिशन के लिए  आवेदन किया था. सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस स्‍कूल का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, ताकि छात्र उनके जीवन से सीख ले सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि '23 साल की उम्र में भगत सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और अपने प्राण न्योछावर कर दिए. आज के युवा उस उम्र में प्रेमिका पाने को लेकर चिंतित रहते हैं. आपको उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए.' 

पूरी तरह से फ्री होगा स्कूल

यह एक आवासीय स्कूल है जहां बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. सीएम केजरीवाल ने कहा कि वे ऐसी शिक्षा प्रणाली चाहते थे, जहां अमीर और गरीब एक साथ पढ़ सकें. उन्‍होंने बताया कि रिटायर अफसरों को यहां पढ़ने वाले छात्रों को ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया जाएगा. आपको बता दें कि इस स्कूल में बच्चों को नेशनल डिफेंस अकेडमी (NDA), नेवी, एयरफोर्स में भर्ती होने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. 

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