UPSC के लिए ठुकराई जर्मनी-कनाडा में नौकरी, रिसेप्शनिस्ट का काम करके निकाला पढ़ाई का खर्च और अंत में बन गईं IPS
Advertisement
trendingNow12586912

UPSC के लिए ठुकराई जर्मनी-कनाडा में नौकरी, रिसेप्शनिस्ट का काम करके निकाला पढ़ाई का खर्च और अंत में बन गईं IPS

UPSC Success Story: आईपीएस पूजा यादव ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपनी जर्मनी और कनाडा की नौकरी तक को ठुकरा दिया. इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए एक रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम किया और छात्रों को ट्यूशन तक पढ़ाया.

UPSC के लिए ठुकराई जर्मनी-कनाडा में नौकरी, रिसेप्शनिस्ट का काम करके निकाला पढ़ाई का खर्च और अंत में बन गईं IPS

IPS Pooja Yadav: UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसमें सफलता के लिए कड़ी मेहनत, धैर्य और दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है. हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन केवल कुछ ही लोग सफलता हासिल कर पाते हैं. इन सफलताओं में से एक कहानी IPS पूजा यादव की है, जिन्होंने अपनी निजी और आर्थिक चुनौतियों को पार करते हुए अपने सिविल सर्विसेज के सपने को पूरा किया.

मिडिल क्साल परिवार में हुआ जन्म
पूजा यादव का जन्म 20 सितंबर 1988 को हरियाणा के सोनीपत जिले के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने शहर में ही पूरी की और उसके बाद बायोटेक्नोलॉजी में बी.टेक किया. इसके बाद उन्होंने फूड टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट में एम.टेक की डिग्री प्राप्त की.

जर्मनी और कनाडा में की नौकरी
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, पूजा ने जर्मनी और कनाडा जैसे देशों में काम किया और एक अच्छी खासी नौकरी हासिल की. हालांकि, विदेशों में काम करते हुए उन्हें महसूस हुआ कि उनकी मेहनत से विदेशी अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हो रही हैं, लेकिन उनका अपना देश इससे वंचित है. इस अहसास ने उन्हें भारत लौटने और सिविल सेवा में जाने का फैसला करने के लिए प्रेरित किया.

पैसों के लिए रिसेप्शनिस्ट के रूप में किया काम 
UPSC परीक्षा की तैयारी करना पूजा के लिए आसान नहीं था. उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान खुद को आर्थिक रूप से संभालने के लिए कई पार्ट-टाइम नौकरियां कीं. इनमें एक रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करना और छात्रों को ट्यूशन देना शामिल था.

गुजरात कैडर की बनीं IPS अधिकारी
पहले प्रयास में पूजा UPSC परीक्षा पास नहीं कर सकीं. लेकिन इस असफलता ने उन्हें और भी ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा दी. आखिरकार, 2018 में उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने UPSC CSE में 174वीं रैंक हासिल की. इसके बाद उन्हें गुजरात कैडर में IPS अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया.

ट्रैफिक नियमों को लेकर हैं काफी सख्त
फिलहाल, पूजा यादव गुजरात के राजकोट शहर में ट्रैफिक डीसीपी के रूप में सेवा दे रही हैं. उन्होंने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई कर अपनी कड़ी छवि बनाई है. उनके काम की सराहना कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए की जाती है.

इस IAS से हुआ प्यार और रचाई शादी
पूजा यादव ने 18 फरवरी 2021 को IAS अधिकारी विकल्प भारद्वाज से शादी की. विकल्प भारद्वाज 2016 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं. दोनों की मुलाकात मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी.

सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव
पूजा यादव सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं. उनके इंस्टाग्राम पर 3.24 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. वह सोशल मीडिया को लोगों के साथ जुड़ने और सकारात्मक विचार साझा करने का एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म मानती हैं.

प्रेरणा की मिसाल
IPS पूजा यादव की यात्रा दृढ़ संकल्प और संघर्ष की मिसाल है. उनकी कहानी उन सभी अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. उनकी सफलता यह दिखाती है कि अगर मन में दृढ़ विश्वास और मेहनत करने का जज्बा हो, तो कोई भी मंजिल पाई जा सकती है.

Trending news