No River Countries: ये हैं दुनिया के ऐसे 8 देश, जहां नहीं बहती एक भी नदी
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No River Countries: ये हैं दुनिया के ऐसे 8 देश, जहां नहीं बहती एक भी नदी

Countries With No Rivers: दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां एक भी प्राकृतिक नदी नहीं हैं. ये देश पानी के वैकल्पिक स्रोतों पर निर्भर रहते हैं. यहां जानिए कुछ ऐसे दी देशों के बारे में...

No River Countries: ये हैं दुनिया के ऐसे 8 देश, जहां नहीं बहती एक भी नदी

Countries With No Rivers: पानी जीवन के लिए जरूरी है. नदियों से ही हमें अपनी हर जरुरत के लिए पानी उपलब्ध होता है. इतना ही नहीं किसी भी देश और प्रदेश को सुंदरता और हरियाली वहीं बहने वाली नदियों से ही मिलती है. भारत के गांव-गांव तो नदियों से अपनी पानी की दैनिक जरुरतों को पूरा करते हैं. वहीं, नदियां बड़े शहरों के लिए भी लाइफलाइन होती हैं. ऐसे में क्या कभी आप किसी ऐसी जगह के बारे में सोच सकते हैं, जहां प्रकृति का ये खूबसूरत वरदान हो ही नहीं. जानिए ऐसे ही 8 देशों के बारे में...

बता दें कि इस समय ऐसे 20 देश और 22 हिस्से हैं, जहां एक भी स्थायी प्राकृतिक नदी नहीं है. वहीं, पूरे विश्व में अरब प्रायद्वीप ऐसा है, जहां कोई स्थायी प्राकृतिक नदी नहीं बहती है. 

सऊदी अरब
दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है सऊदी अरब, इस विशाल रेगिस्तान में एक भी नदी नहीं बहती. इसके बाद भी इस देश ने बेहतर वॉटर मैनेजमेंट स्ट्रेटेजी विकसित की हैं. सऊजी अरब डिसेलिनेशन (समुद्री या खारे जल को पीने योग्य बनाना)  पर निर्भर है, जो करीब 70 फीसदी पीने का पानी इसी तरह प्राप्त करता है. यहां भूमिगत जलस्रोत का उपयोग किया जाता है.  वेस्ट वॉटर सिस्टम और रियूज्ड वॉटर सिस्टम में इस देश ने पानी की तरह पैसा बहाया है.

कतर
कतर एक बेहद समृद्ध देश है, लेकिन यहां नदी नहीं है. यहां जल आपूर्ति लगभग डिसेलिनेशन प्लांट से होती है, जो 99 प्रतिशत से ज्यादा पीने योग्य पानी प्रदान करते हैं. यहां प्रति व्यक्ति जल खपत दर दुनिया में सबसे ज्यादा है. यहां एफिशिएंट वॉटर उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं.

यूएई
संयुक्त अरब अमीरात बिना नदी वाला देश है. यूएई दुबई और अबू धाबी जैसे समृद्ध शहरों के लिए जाना जाता है. यूएई पानी की जरूरतों के लिए मुख्य रूप से डिसेलिनेशन मेथड के जरिए अपने पीने के पानी का लगभग 80 फीसदी उत्पादन करता है. खेतो में सिंचाई और औद्योगिक कामों के लिए ट्रीटेड वेस्ट वॉटर का उपयोग करता है. 

कुवैत
कुवैत में नदियां नहीं हैं. देश डिसेलिनेशन प्लांटों पर निर्भर है. कुवैत ने कड़े जल संरक्षण उपायों को भी लागू किया है. यहां खेतों में सिंचाई के लिए ट्रीटेड वेस्ट वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है. 

बहरीन
बहरीन में झरने और भूजल संसाधन हैं, लेकिन प्राकृतिक नदियों की कमी है. ऐसे में अपनी पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए ये देश भी डिसेलिनेशन पर निर्भर है,जिससे 60 फीसदी से ताजा पानी उपलब्ध होता है. देश जल-बचत तकनीकों को बढ़ावा देता है.

मालदीव
चारों ओर समुद्र से घिरा मालदीव बेहद ही खूबसूरत देश है, लेकिन यहां भी कोई नदी नहीं है. बढ़ते समुद्री स्तर से यहां मीठे पानी के स्रोतों पर खतरा मंडरा रहा है. मालदीव बारिश के पानी का संचयन, डिसेलिनेशन और बोतलबंद पानी के जरिए अपनी जरूरतों को पूरा करता है. 

ओमान
ओमान में कोई स्थायी नदियां नहीं हैं.  यहां सूखी नदियां बारिश के पानी से भर जाती हैं, जिनका उपयोग ग्राउंडवॉटर रिचार्ज के लिए किया जाता है. देश डिसेलिनेशन पर भी निर्भर है. वॉटर रिसोर्सेस को कुशलतापूर्वक मैनेजमेंट करने के लिए यहां उन्नत सिंचाई तकनीक लागू की गई है.

वेटिकन सिटी
दुनिया के इस सबसे छोटे देश में भी कोई नदी नहीं है. वेटिकन सिटी पूरी तरह से सस्टेनिबल वॉटर यूज पर जोर देता है. यह इतालवी जल आपूर्ति पर निर्भर करता है. 

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