TDP-JDU को क्‍या अपने पाले में लाने की होगी कोशिश? I.N.D.I.A की बैठक से पहले शरद पवार ने दिया जवाब
Advertisement
trendingNow12280494

TDP-JDU को क्‍या अपने पाले में लाने की होगी कोशिश? I.N.D.I.A की बैठक से पहले शरद पवार ने दिया जवाब

शरद पवार का यह बयान लोकसभा चुनाव नतीजे पर चर्चा करने के लिए आज शाम यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास पर होने वाली ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक से पहले आया है. इस बैठक में इस पर भी चर्चा होगी कि सरकार गठन के लिए संख्याबल जुटाने के मकसद से जदयू और टीडीपी को साथ लाया जाए या नहीं.

TDP-JDU को क्‍या अपने पाले में लाने की होगी कोशिश? I.N.D.I.A की बैठक से पहले शरद पवार ने दिया जवाब

शरद पवार ने बुधवार को कहा कि सरकार गठन के वास्ते 'इंडिया' गठबंधन के लिए संख्याबल जुटाने को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) या जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से संपर्क करने के मुद्दे पर इस गठबंधन के अंदर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है. उनका यह बयान लोकसभा चुनाव नतीजे पर चर्चा करने के लिए आज शाम यहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास पर होने वाली ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक से पहले आया है. इस बैठक में इस पर भी चर्चा होगी कि सरकार गठन के लिए संख्याबल जुटाने के मकसद से जदयू और तेदेपा को साथ लाया जाए या नहीं.

इस आम चुनाव में हिंदी पट्टी वाले राज्यों में भारी नुकसान के बाद भी लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बहुमत मिलने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सरकार गठन के लिए तैयार हैं. इस चुनाव में एनडीए और 'इंडिया' गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला था और इसे मोदी की लोकप्रियता पर जनमत संग्रह के रूप में पेश किया गया था.

लोकसभा चुनाव परिणाम पर अपनी बात रखते हुए पवार (83) ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार के कामकाज के प्रति आक्रोश के अलावा मतदाता बढ़ती महंगाई, किसानों की मुसीबतों और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों से निपटने के उसके तौर तरीकों से भी नाराज थे.

जब उनसे 'इंडिया' गठबंधन के वास्ते संख्याबल जुटाने के सिलसिले में टीडीपी या जदयू से संपर्क करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में अब तक इस पर कोई ऐसी चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा, 'हमने इस पर अब तक कोई बातचीत नहीं की है.' 

पवार ने कहा कि गठबंधन के नेता बुधवार को बैठक कर रहे हैं और वे सामूहिक निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा , 'मेरी कोई व्यक्तिगत राय नहीं है. लेकिन हम जो भी निर्णय लेंगे वह सामूहिक निर्णय होगा.' ऐसी संभावना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार इस विपक्षी गठबंधन की भावी कार्ययोजना तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. उनकी पार्टी राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 में से 10 पर चुनाव लड़ा और आठ पर वह विजयी रही.

राम मंदिर बनने के बावजूद प्रतिष्‍ठा की सीट अयोध्‍या क्‍यों हारी BJP?

हम NDA में हैं: टीडीपी प्रमुख नायडू
इस बीच तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में है और वह आज दिन में नई दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक में भाग लेंगे. एनडीए की घटक जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण भी राष्ट्रीय राजधानी में एनडीए की बैठक में भाग लेंगे. यह बैठक आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में गठबंधन (एनडीए) के विजयी होने के एक दिन बाद हो रही है.

नायडू से जब उनकी दिल्ली यात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम एनडीए में हैं. मैं राजग की बैठक के लिए जा रहा हूं. समय के साथ अगर कुछ होगा तो हम आपको बताएंगे."

जो कमाल मुलायम नहीं कर सके उसको अखिलेश यादव ने कैसे कर दिया? 

 

जनसेना सूत्रों ने बताया कि कल्याण भी राजग की बैठक में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस के वरिष्ठ नेता बुधवार को नई दिल्ली में बैठक कर रहे हैं जिसमें लोकसभा चुनाव के नतीजों का जायजा लिया जाएगा और सरकार गठन के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी.

आंध्र प्रदेश से क्रमश: 16 और दो लोकसभा सीटें जीतने वाली टीडीपी और जनसेना केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी. भाजपा ने राज्य में दो सीट जीती हैं. नायडू ने कहा कि पिछले पांच सालों में आंध्र प्रदेश को बहुत नुकसान हुआ है और उन्हें इसे ठीक करना है.

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में बहुत अधिक नुकसान हुआ है, और राज्य में व्यवस्थाएं नष्ट हो गई हैं एवं अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई भी व्यक्ति स्थायी नहीं है और इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. उन्होंने कहा, "देश स्थायी है, लोकतंत्र स्थायी है, राजनीतिक दल स्थायी हैं, लेकिन सत्ता स्थायी नहीं है.

Trending news