Shah Rukh And Salman Khan Movies: बॉलीवुड की खान तिकड़ी की अलग-अलग खास इमेज और फैन फॉलोइंग है, लेकिन उन्होंने समय-समय पर छवि से अलग फिल्मों में भी काम किया है. इन फिल्मों को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जानिए इन सितारों की ये तीन फिल्में आप कहां देख सकते हैं.
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Aamir Khan Movies: शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान ने अपने-अपने अंदाज में हमेशा लोगों के दिलों पर राज किया है. चाहे आमिर खान और शाहरुख खान की रोमांटिक फिल्में हो या सलमान खान की एक्शन फिल्में, इन स्टार्स ने अपनी फिल्मों के जरिए दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है. पर इस खान तिकड़ी की कुछ फिल्में ऐसी हैं जो इनकी इमेज से काफी अलग है और इन स्टार्स के फैंस को यह फिल्में जरूर देखनी चाहिए. खास तौर पर यह तीन फिल्में हैं, जिनमें आपको ये सितारे अपनी हीरो टाइम इमेज को तोड़ते हुए शानदार एक्टिंग करते नजर आएंगे. ये फिल्में हैः सलमान खान की खामोशी-द म्यूजिकल (1996), आमिर खान की 1947 अर्थ (1998) और शाहरुख खान की पहेली (2005).
खामोशी : द म्यूजिकल
संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित यह पहली फिल्म थी. सलमान खान ने इस फिल्म में काफी संजीदा अभिनय किया था. वह ऐसी लड़की के प्रेमी के रूप में नजर आए थे, जिसके माता पिता गूंगे और बहरे हैं, जिसे म्यूजिक में कुछ कर दिखाना है. इस फिल्म में सलमान खान के अलावा मनीषा कोइराला, नाना पाटेकर, सीमा बिस्वास तथा रघुवीर यादव की मुख्य भूमिकाएं थी. संजय लीला भंसाली की सारी फिल्मों की तरह फिल्म का म्यूजिक बेहतरीन था. आप इसे अमेजन प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.
1947 अर्थ
दीपा मेहता द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आमिर खान ग्रे कैरेक्टर में थे. फिल्म भारत और पाकिस्तान के पार्टिशन के समय की कहानी है, जिसका उस समय आम लोगों पर क्या प्रभाव पड़ा. फिल्म एक ऐसी स्त्री की नजरों से कहानी को बयान करती है, जिसने आठ साल की उम्र में उस समय के हालात को अपनी आंखों से देखा. फिल्म बप्सी बिस्वा की बुक आईस कैंडी मेन से ली गई थी. आमिर खान के अलावा नंदिता दास तथा राहुल खन्ना की फिल्म में मुख्य भूमिकाएं थी. आमिर खान ने अपने अलग अंदाज से इस फिल्म में दर्शकों का दिल जीत लिया था. इस फिल्म को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म वूट पर देख सकते हैं.
पहेली
पहेली एक फेंटेसी लव स्टोरी थी जिसे अमोल पालेकर ने निर्देशित किया था. शाहरुख खान तथा रानी मुखर्जी की फिल्म में मुख्य भूमिकाएं थी. फिल्म राजस्थान की एक चर्चित लोककथा पर आधारित थी. फिल्म ऐसी नवविवाहिता की कहानी थी जिसके पति को काम के सिलसिले में परदेस जाना पड़ता है. उसकी गैरमौजूदगी में एक भूत का दिल नवविवाहिता पर आ जाता है और वह उसके पति का रूप लेकर उस नवविवाहिता के साथ रहने लगता है, लेकिन कुछ बरस बाद पति लौट आता है. तब क्या होता है, यह रोचक अंदाज में बताया गया है. शाहरुख की यह फिल्म उनकी इमेज कुछ हटकर थी. यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है.
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