Elvish Yadav: 137 दिन तक नोएडा पुलिस से कैसे बचता रहा एल्विश, सबूत जुटाने में समय लगा या मिलती रही 'सुरक्षा'?
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Elvish Yadav: 137 दिन तक नोएडा पुलिस से कैसे बचता रहा एल्विश, सबूत जुटाने में समय लगा या मिलती रही 'सुरक्षा'?

Elvish Yadav Arrest: सांप के जहर मामले में बिगबॉस विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एल्विश की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस के ऐक्शन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल ये कि आरोपी एल्विश को गिरफ्तार करने में पुलिस को 137 दिन क्यों लग गए.

Elvish Yadav: 137 दिन तक नोएडा पुलिस से कैसे बचता रहा एल्विश, सबूत जुटाने में समय लगा या मिलती रही 'सुरक्षा'?

Elvish Yadav Arrest: सांप के जहर मामले में बिगबॉस विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एल्विश की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस के ऐक्शन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल ये कि आरोपी एल्विश को गिरफ्तार करने में पुलिस को 137 दिन क्यों लग गए. जबकि अन्य आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. गौर करने वाली बात यह है कि गिरफ्तारी के बाद भी एल्विश जरा भी चिंतित नहीं दिखे और पुलिस भी उतनी ही बेफिक्री से यूट्यूबर को कोर्ट में ले जाती दिखी.

एल्विश पर गंभीर आरोप

एल्विश यादव पर रेव पार्टी में सांप के जहर से नशे और विदेशी लड़कियों को बुलाने का आरोप है. नोएडा पुलिस ने नशे के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच के संबंध में यूट्यूबर एल्विश यादव को गिरफ्तार किया है. एल्विश के खिलाफ पिछले साल तीन नवंबर को सेक्टर-49 थाने में FIR दर्ज की गई थी. एल्विश के साथ 5 अन्य आरोपियों पर भी गंभीर धाराओं में केस दर्ज है.

137 दिन बाद गिरफ्तारी क्यों?

गौर करने वाली बात यह है कि मामले में नामजद सभी आरोपियों में से सिर्फ एल्विश यादव को ही पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया था. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने पहले ही कर ली थी. सभी आरोपी जमानत पर रिहा हैं. मामला दर्ज होने के 137 दिन बाद पुलिस ने एल्विश यादव को अब गिरफ्तार किया है. मामले में पुलिस ने एल्विश से पहले भी पूछताछ की है. वे हमेशा उनपर लगे आरोपों को खारिज करते रहे हैं.

नोएडा पुलिस ने किया अरेस्ट

बताते चलें कि मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की आपराधिक साजिश से संबंधित धारा 120बी के तहत दर्ज किया गया था. बाद में मामले को जांच के लिए सेक्टर-49 से सेक्टर-20 थाने में स्थानांतरित कर दिया गया. मामले की जांच कर रही सेक्टर-20 थाने की एक टीम ने एल्विश को गिरफ्तार किया है.

एल्विश ने आरोपों को बताया निराधार

‘बिग बॉस ओटीटी’ के विनर एल्विश यादव ने मामले में संलिप्तता के आरोपों से इनकार किया है. मामले में सेक्टर-49 थाने के प्रभारी उप निरीक्षक को हटा दिया गया था जहां प्राथमिकी दर्ज की गई थी. यह मामला पशु अधिकार समूह ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ (पीएफए) के एक अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया था.

पांच की गिरफ्तारी पहले ही

बीते साल तीन नवंबर को सेक्टर-51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को मुक्त कराया गया था. आरोपियों के पास से सांप का 20 मिलीलीटर जहर भी जब्त किया गया था. हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि यादव पार्टी हॉल में मौजूद नहीं थे और वे नशे के लिए सांप के जहर के इस्तेमाल के पूरे मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रहे हैं.

मेनका गांधी ने की थी तुरंत गिरफ्तारी की मांग

पीएफए अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने यादव पर सांप का जहर अवैध रूप से बेचने में शामिल होने का आरोप लगाया और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. बीते साल चार नवंबर को, यादव को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने पूछताछ के लिए उस समय कुछ देर के लिए रोका था, जब वह अपने दोस्तों के साथ कार में यात्रा कर रहे थे लेकिन जल्द ही उन्हें छोड़ दिया गया.

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