गोंडा-बस्ती के पास यूपी का सिद्धार्थनगर जिला नेपाल बॉर्डर से लगा है.यूपी की 80 में से एक हाईप्रोफाइल डुमरियागंज लोकसभा सीट. डुमरियागंज लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोटर काफी हैं, उनका वोट बंटता है तो भाजपा को फायदा होता है. पहली बार राम लहर में भाजपा 1991 में यहां से जीती थी. उसके बाद सपा, बसपा और कांग्रेस भी जीती रही है. इस लोकसभा क्षेत्र में सिद्धार्थनगर जिले की इटवा, शोहरतगढ़, कपिलवस्तु, बांसी और डुमरियागंज विधानसभा आती है. भाजपा के साथ-साथ क्षेत्र से अपना दल और सपा के विधायक भी जीते हैं. यहां SC वोटर 16 प्रतिशत हैं. वोटर की संख्या करीब 19 लाख है. मुसलमानों की आबादी 40 प्रतिशत के करीब है.
हिंदुओं की आबादी 58 फीसदी के करीब है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 50 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि बसपा के गठबंधन उम्मीदवार को 40 प्रतिशत वोट मिले थे.कांग्रेस का वोट शेयर करीब 7 प्रतिशत था.
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