आजमगढ़ सीट पर रहा है मुलायम सिंह यादव का दबदबा, अब अखिलेश दिखाएंगे दम
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आजमगढ़ सीट पर रहा है मुलायम सिंह यादव का दबदबा, अब अखिलेश दिखाएंगे दम

समाजवादी पार्टी की मजबूत सीट रही आजमगढ़ पर इस बार बीजेपी ने भोजपुरी स्टार दिनेशलाल यादव को टिकट दिया है. सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव का इस सीट पर काफी दबदबा रहा है.

मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ सीट पर इस चुनाव में मुकाबला बड़ा दिलचस्प हो गया है. समाजवादी पार्टी की मजबूत सीट रही आजमगढ़ पर इस बार बीजेपी ने भोजपुरी स्टार दिनेशलाल यादव को टिकट दिया है. सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव का इस सीट पर काफी दबदबा रहा है. इस सीट पर कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि 'निरहुआ' सपा के कोर वोटर यानी यादवों में सेंध लगाएंगे तथा गैर यादव ओबोसी, गैर जाटव दलित और सवर्ण तबका भी बीजेपी के साथ खड़ा होगा जिससे यहां बाजी पलट सकती है.

2014 में इस सीट से सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव को रमाकांत यादव ने कड़ी टक्कर दी थी. मुलायम सिंह यादव को 3.40 लाख और रमाकांत यादव को 2.77 लाख वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर बीएसपी के गुड्डू जमाली 2.66 लाख वोट पाकर रहे थे. इस बार आजमगढ़ से पार्टी अध्यक्ष  अखिलेश यादव चुनाव मैदान में हैं. 

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उत्तर प्रदेश की अहम सीटों में से एक आजमगढ़ सीट पर इस बार महा संग्राम देखने को मिल रहा है. बीजेपी उम्मीदवार दिनेश लाल निरुहुआ का मानना है कि वो ये चुनाव किसी भी कीमत में जीत रहे हैं. बता दें कि आजमगढ़ संसदीय सीट पर पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था. 1977 में मिली इस सीट पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव ने जनता पार्टी के टिकट पर जीत हासिल की. यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रजीत यादव ने 4 बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की. इसके अलावा रमाकांत यादव भी 4 बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं. रमाकांत यादव 4 में से 2 बार सपा और 1-1 बार बसपा और बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की. 2014 के चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने रमाकांत यादव को उनके गढ़ में मात दी. 

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