Explainer: विदाई के वक्त दिल्ली-NCR पर कैसे मेहरबान हुआ मॉनसून? असली कहानी कुछ और है
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Explainer: विदाई के वक्त दिल्ली-NCR पर कैसे मेहरबान हुआ मॉनसून? असली कहानी कुछ और है

Delhi Weather News: इधर मौसम विभाग (IMD) ने मॉनसून 2024 की विदाई के बारे में अपडेट दिया, उधर दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश शुरू हो गई. आखिर विदाई की बेला में मॉनसून इतना मेहरबान क्यों हुआ?

Explainer: विदाई के वक्त दिल्ली-NCR पर कैसे मेहरबान हुआ मॉनसून? असली कहानी कुछ और है

Delhi Rain News: पिछले दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने एसी-कूलर बंद करा दिए हैं. दिल्ली में गुरुवार को सितंबर महीने में दो साल का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज हुआ. यह सब मॉनसून की कारस्तानी है. इस बार का दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पिछले कई सालों का सबसे ताकतवर मॉनसून साबित हुआ है. वैसे तो यह मॉनसून के विदा होने की बेला है, लेकिन जाने से पहले वह दिल्ली-NCR पर मेहरबान हुआ तो उसके पीछे एक अलग कहानी है.

कब लौटना शुरू करेगा मॉनसून?

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को मॉनसून 2024 की विदाई पर अपडेट दिया. आईएमडी के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों से मॉनसून 22 सितंबर से वापसी शुरू करेगा. अगर ऐसा होता है, तो यह 8 साल में उत्तर-पश्चिम भारत से मॉनसून की वापसी का सबसे जल्दी समय होगा. पिछले साल, मॉनसून 25 सितंबर के आसपास ही लौटना शुरू हुआ था.

उससे पहले, 2022 में IMD ने 30 सितंबर को ऐलान किया था कि पंजाब, चंडीगढ़ दिल्ली, जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से मॉनसून लौट चुका है. हालांकि, उसके बाद भी बारिश जारी रही थी. तब एक्सपर्ट्स ने कहा था कि IMD ने समय से पहले मॉनसून के चले जाने की घोषणा कर दी थी.

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर एक जून तक केरल में दाखिल होता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है. यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू होता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है.

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विदाई के वक्त इतना सक्रिय क्यों हुआ मॉनसून?

दिल्ली में मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. मौसम एक्सपर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर तक कुछ-कुछ जगहों पर भारी बारिश का चांस है. आईएमडी ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने डिप्रेशन के कारण मध्य और उत्तरी भारत में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जो अब छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ गया है. डिप्रेशन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होते हुए उत्तराखंड की ओर बढ़ने की उम्मीद है, जिससे आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में और अधिक बारिश होगी.

मौजूदा मौसमी सिस्टम दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है. स्काईमेट के वाइस-प्रेसिडेंट महेश पलावत ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'उत्तर प्रदेश के ऊपर डिप्रेशन बना हुआ है, इसलिए उसके असर से दिल्ली में भी भारी बारिश हो सकती है. शुक्रवार दोपहर तक भारी बारिश की संभावना है. इसके बाद डिप्रेशन उत्तराखंड की ओर बढ़ेगा, जिससे अगले 48 घंटों में राज्य में भारी बारिश हो सकती है. शनिवार से दिल्ली में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी.'

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'यागी' तूफान का भी असर?

भारत के मौसम पर वियतनाम में भारी तबाही मचाने टाइफून 'यागी' का असर भी हो सकता है. मौसम की भविष्यवाणी करने वाले कुछ मॉडल्स बताते हैं कि इसके अवशेष ओडिशा के पास बने एक अन्य चक्रवाती तूफान के साथ मिल सकते हैं. इस वजह से पहले से ही सक्रिय मॉनसून की बारिश और तेज हो सकती है. 'यागी' पिछले 30 सालों में वियतनाम से टकराने वाला सबसे भयानक टाइफून है.

मॉनसून 2024: अभी तक का लेखा-जोखा

मॉनसून सीजन चार महीने का होता है. IMD ने गुरुवार को बताया कि इस बार एक जून से अब तक देश में 836.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. यह सामान्य (772.5 मिमी) से आठ प्रतिशत अधिक है. पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 16 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई जबकि उत्तर-पश्चिम में चार प्रतिशत, मध्य में 19 प्रतिशत और दक्षिण भारत में 25 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज हुई. 

IMD ने पहले ही इस सीजन में सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी. पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश, उत्तर-पश्चिम में सामान्य तथा मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में मॉनसून की सामान्य से अधिक बारिश का सटीक पूर्वानुमान लगाया था. आईएमडी के अनुसार पंजाब, पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा, हिमाचल प्रदेश, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तथा बिहार के हिस्सों में इस मौसम में अब तक कम बारिश दर्ज की गई है.

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