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नई दिल्ली : कुछ लोगों को अधिक मसालेदार और नमकीन चीजें खाने का खूब शौक होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं सोडियम यानी नमक की अधिक मात्रा आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है. हाल ही में एक रिसर्च आई है जिसके मुताबिक, नमक का सीधेतौर पर दिमाग पर असर पड़ता है. जी हां, ये पहली रिसर्च है जिसका संबंध दिमाग, ब्लड फ्लो और नमक से दिखाया गया है. आइए जानें, क्या कहती है ये रिसर्च.
जॉर्जिया के शोधकर्ताओं द्वारा ऐसा पहला शोध किया गया जिसमें ये जानने की कोशिश की गई कि न्यूरॉन एक्टिविटी और ब्रेन में गहराई से ब्लड फ्लो के बीच संबंध के साथ-साथ नमक का सेवन दिमाग को कैसे प्रभावित करता है. रिसर्च में नई आश्चर्यजनक जानकारी सामने आई है. इस शोध से ये जानने में सफलता मिलेगी कि कमजोर ब्लड फ्लो ब्रेन डिसऑर्डर को किस तरह प्रभावित करता है.
शोधकर्ताओं ने दिमाग के हाइपोथैलेमस (hypothalamus) एरिया पर फोकस किया. ये दिमाग को वो हिस्सा है जो पीने, खाने, शरीर के तापमान रेगुलेशन और रिप्रोडक्शन सहित शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों में शामिल रहता है. जर्नल सेल रिपोर्ट्स में प्रकाशित शोध में जांच की गई कि कैसे नमक के सेवन से हाइपोथैलेमस में रक्त का प्रवाह बदल गया.
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शोधकर्ता स्टर्न का कहना है कि हमने नमक इसलिए चुना क्योंकि शरीर को सोडियम के स्तर को बहुत सटीक रूप से नियंत्रित करने की आवश्यकता होती है. हमारे पास विशिष्ट कोशिकाएं भी होती हैं जो यह पता लगाती हैं कि आपके रक्त में कितना नमक है. जब आप नमकीन चीजें खाते हैं, तो मस्तिष्क इसे महसूस करता है और सोडियम के स्तर को कंट्रोल करने के लिए compensatory mechanisms की एक सीरिज को सक्रिय करता है. ये प्रक्रिया न्यूरॉन्स को एक्टिव करने से होती है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि जब नमक यानी सोडियम के सेवन के बाद हाइपोथैलेमस में न्यूरॉन्स सक्रिय हो गए तो ब्रेन की कोशिकाओं में रक्त प्रवाह में कमी देखी गई. ये निष्कर्ष चौंकाने वाले हैं क्योंकि अल्जाइमर या स्ट्रोक या इस्किमिया (ischemia) जैसी बीमारियों के मामले में सामान्य रूप से कोर्टेक्स (cortex) में कम रक्त प्रवाह देखा जाता है.
मुख्य शोधकर्ता स्टर्न का कहना है कि जब हम बहुत अधिक नमक खाते हैं, तो हमारे सोडियम का स्तर लंबे समय तक ऊंचा रहता है. यदि आप बहुत अधिक नमक का सेवन करते हैं, तो ब्रेन में वैसोप्रेसिन न्यूरॉन्स (vasopressin neurons) अधिक सक्रिय हो जाते हैं जिससे ब्रेन के टिश्यू डैमेज हो सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी रिसर्च और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)