कीवी से सेहत को मिलेगा चौतरफा फायदा; पाचन, इम्यूनिटी से लेकर स्किन तक सब होगा दुरुस्त!
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कीवी से सेहत को मिलेगा चौतरफा फायदा; पाचन, इम्यूनिटी से लेकर स्किन तक सब होगा दुरुस्त!

क्या पेट की समस्याओं से तंग आ गए हैं? या फिर बार-बार सर्दी-जुकाम परेशान करता है? तो आपकी इस समस्या का हल हमारे पास है. फल कीवी आपके रक्षक के रूप में काम कर सकता है.

कीवी से सेहत को मिलेगा चौतरफा फायदा; पाचन, इम्यूनिटी से लेकर स्किन तक सब होगा दुरुस्त!

क्या पेट की समस्याओं से तंग आ गए हैं? या फिर बार-बार सर्दी-जुकाम परेशान करता है? तो आपकी इस समस्या का हल हमारे पास है. फल कीवी आपके रक्षक के रूप में काम कर सकता है. हाल ही में हुए शोध से पता चला है कि रोजाना 2 कीवी खाने से महज 4 हफ्तों में ही इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (ISB, एक पाचन संबंधी समस्या) के रोगियों के पेट की गड़बड़ी दूर हो सकती है.

तो आखिर कैसे यह छोटा सा फल इतना कमाल दिखाता है? इसका राज छिपा है इसके नेचुरल प्रोटीन-पचाने वाले एंजाइम 'एंटिनिडिन' में. यह एंजाइम पेट और छोटी आंत में प्रोटीन के पाचन में मदद करता है, जिससे पेट दर्द, कब्ज और ऐंठन जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं.

इम्यूनिटी बूस्टर है कीवी
लेकिन कीवी सिर्फ पेट का ही दोस्त नहीं है. शोध यह भी बताते हैं कि कीवी खाने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होती है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को हानिकारक तत्वों से बचाते हैं, जिससे ऊपरी श्वसन संक्रमण जैसे जुकाम, खांसी और गले में खराश की संभावना कम हो जाती है.

विटामिन सी का खजाना
कीवी में संतरे और स्ट्रॉबेरी की तुलना में तीन गुना अधिक विटामिन सी होता है. इसके चलते कीवी कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है और स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाता है. इतना ही नहीं, यह विटामिन ई, के, फोलेट, कैरोटीनॉयड्स, पोटेशियम, फाइबर और अन्य फायदेमंद तत्वों से भी भरपूर है. खास बात यह है कि कीवी का छिलका भी खाने योग्य है. अगर आपके पास ऑर्गेनिक कीवी है, तो उसे अच्छे से धोकर उसका छिलका खाएं, आपको पछतावा नहीं होगा. छिलके में भी पोषक तत्वों का खजाना छिपा होता है.

तो देर किस बात की? आज ही मार्केट से ताजे कीवी फल खरीदिए और स्वाद के साथ स्वास्थ्य का लाभ उठाएं. याद रखें, नियमित रूप से कीवी खाने से आप न सिर्फ पेट की परेशानियों से निजात पा सकते हैं, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) भी मजबूत कर सकते हैं और ऊपरी श्वसन संक्रमणों से बच सकते हैं.

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