आपकी ये बुरी आदतें ही आपको डायबिटीज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों का शिकार बना देती हैं. हेल्दी रहने के लिए तुरंत इनसे दूर हो जाएं.
Trending Photos
शरीर सबसे बड़ी दौलत है, जिसकी अनदेखी करने से आप कई बीमारियों के शिकार बन जाते हैं. ये बीमारियां जल्द ही आपके खटिया पकड़ने का कारण बन जाएंगी. अगर आप भी इन 5 बुरी आदतों के शिकार हैं, तो आपके शरीर का सत्यानाश हो सकता है. आइए जानते हैं कि हेल्दी रहने के लिए किन बुरी आदतों से दूर रहना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Health Check-ups: 30 के पार जाने पर महिलाओं को जरूर करवानी चाहिए ये 5 जांच
Bad Habits: शरीर का सत्यानाश करने वाली बुरी आदतें
शरीर का सत्यानाश होने से बचाने के लिए इन बुरी आदतों से तुरंत दूरी बना लें.
1. डाइट में हरी सब्जियां शामिल ना करना
डाइट में हरी सब्जियां शामिल ना करने की आदत कई सारी पेट और शरीर की दिक्कतें पैदा कर सकती हैं. रोजाना हरी सब्जियां खाने से शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है. आप शिमला मिर्च, गाजर, टमाटर, प्याज जैसे फूड्स को रोजाना खाएं.
2. जंक फूड खाना
बिजी रहने के कारण लोग पैकेटबंद और जंक फूड ज्यादा खाने लगे हैं. जिसके कारण शरीर में शुगर, ट्रांस फैट और सोडियम की मात्रा ज्यादा हो रही है. ये चीजें कैंसर, दिल के रोग, हाई ब्लड प्रेशर, इंफेक्शन, कमजोर इम्यून सिस्टम जैसी समस्याओं के शिकार हो सकते हैं.
ये भी पढ़ें: Hair Care: बालों को काला, लंबा और घना बनाना चाहते हैं तो लगाना शुरू करें ये हेयर कंडीशनर
3. खराब जीवनशैली रखना
पूरे दिन बैठे रहना और शारीरिक गतिविधि ना करने के कारण जीवनशैली खराब हो रही है. खराब लाइफस्टाइल मसल्स और शारीरिक अंगों को कमजोर बना देती हैं और डायबिटीज, मोटापा, कमजोर हड्डियां, स्ट्रोक, हृदयघात आदि का खतरा बढ़ा देती हैं.
4. रुटीन चेकअप ना करवाना
डॉक्टर हर महीने, हर साल या दो-तीन साल के अंतराल पर कुछ जरूरी टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं. जिससे कैंसर, किडनी रोग, दिल के रोग जैसी बड़ी बीमारियों के बारे में समय पर पता लग जाता है और जरूरी इलाज शुरू हो सकता है. लेकिन कुछ लोग इन रुटीन चेकअप को नजरअंदाज कर देते हैं.
5. पर्याप्त नींद ना लेना
अगर आप रोजाना 8-9 घंटे नींद नहीं लेते हैं, तो आपको शारीरिक और मानसिक थकावट हो सकती है. अपर्याप्त नींद हार्ट अटैक, असामान्य धड़कन, हाई ब्लड प्रेशर, इंसोम्निया, तनाव, अवसाद आदि का कारण बन सकती है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.