Anxiety और बेहोशी आना हो सकते हैं लो ब्लड प्रेशर के संकेत, जानें कितना होना चाहिए Low BP
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Anxiety और बेहोशी आना हो सकते हैं लो ब्लड प्रेशर के संकेत, जानें कितना होना चाहिए Low BP

How Much Should Be Low BP: अधिकतर लोग बीपी हाई होने पर ध्यान देते हैं, और परेशान भी हो जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि बीपी लो होना आपके लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. आज हम यहां इस आर्टिकल में बताएंगे कि किसी व्यक्ति का सामान्य में लो ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए...

 

Anxiety और बेहोशी आना हो सकते हैं लो ब्लड प्रेशर के संकेत, जानें कितना होना चाहिए Low BP

How Much Should Be Low BP: हमारे जीवन की डोर दिल से जुड़ी है. दिल की धड़कन बंद हुई नहीं कि आपकी सांसे आपको इस दुनिया से अलग कर देती हैं. इसलिए दिल की सेहत का खास ख्याल रखना हम सब के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन जिस हार्ट से शुद्ध खून पूरे शरीर को पहुंचता है और वहां से निकला खून धमनियों पर कितना असर करता है, यह भी जानना जरूरी है. इसमें अगर दिक्कत आ जाए तो हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है. 

ब्लड प्रेशर का मतलब है हार्ट और धमनियों पर पड़ने वाला दबाव. हमारा दिल एक पंपिंग मशीन है, जो शुद्ध खून को पूरे शरीर के हिस्सों तक पहुंचाता है. यह काम ब्लड प्रेशर के जरिए होता है. मेडिकल भाषा में इसे सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं. हाई ब्लड प्रेशर को सिस्टोलिक और लो ब्लड प्रेशर को डायस्टोलिक कहते हैं. 

यहां समझें दोनों में अंतर-
सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर वो है कि दिल धड़कने के समय खून धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डालता है. वहीं डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर ये बताता है कि जब दिल आराम करता है और खून हार्ट में पहुंचता है तो यह धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डालता है. इसमें यह जानना जरूरी है कि सामान्य सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए. आमतौर पर लोग हाई ब्लड प्रेशर पर ध्यान देते हैं, लेकिन लो ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन आपको बता दें दोनों ही स्थितियां खतरे से कम नहीं हैं.

कितनी होनी चाहिए लो ब्लड प्रेशर की रेंज- 
एक वेबसाइट के अनुसार, हाई बीपी के लिए 5 तरह के ब्लड प्रेशर की रेंज को निर्धारित किया गया. इसमें सामान्य ब्लड प्रेशर रेंज, बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर रेंज, हाइपरटेंशन स्टेज 1, हाइपरटेंशन स्टेज 2 और हाइपरटेंसिव क्राइसिस की रेंज के बारे में बताया गया. इसमें हाई ब्लड प्रेशर यानी सिस्टोलिक किसी भी व्यक्ति का 120 से ज्यादा नहीं होना चाहिए. उसी तरह लो ब्लड प्रेशर 80 से नीचे नहीं होना चाहिए. अगर लो ब्लड प्रेशर 80 से नीचे हुआ तो इसका मतलब है कि शरीर के सभी हिस्सों तक खून को पहुंचने में दिक्कत हो रही है. इस वजह से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेलियर का खतरा हो सकता है. इसलिए जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, वो लोग इसकी रेंज का ध्यान रखें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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