इस गंभीर बीमारी से 6 साल तक जूझीं हैं Actress श्रद्धा कपूर, हर वक्त रहती है घबराहत, जानें कितनी है खतरनाक
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इस गंभीर बीमारी से 6 साल तक जूझीं हैं Actress श्रद्धा कपूर, हर वक्त रहती है घबराहत, जानें कितनी है खतरनाक

Symptoms of anxiety: एंग्जाइटी डिसऑर्डर की बीमारी होने पर मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. एंग्जाइटी डिसऑर्डर के बारे में अगर समय रहते पता चल जाये तो इलाज और बचाव आसान होता है. 

Symptoms of anxiety

Symptoms of anxiety: बॉलीवुड इडंस्ट्री जितनी बड़े पर्दे पर देखने में अच्छी लगती है, असलियत में उतनी रंगीन नहीं होती. बड़े पर्दे पर दिखने वाले कलाकार भले ही अपने फैंस का मनोरंजन के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन, उनकी जिंदगी भी एक आम इंसान की तरह ही होती. उनके जीवन की परेशानियां भी कुछ उसी तरह होती हैं, अब बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर को ही देख लीजिए, जिनकी स्माइल लाखों फिदा हो जाते हैं, वो 6 साल तक एक बीमारी से जूझती रहीं, जिसका नाम है एंग्जायटी.  एंग्जाइटी की बीमारी ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में लोगों को बहुत बाद में पता चलता है. 

श्रद्धा ने खुद किया था बीमारी का खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अपनी बीमारी के बारे में खुलासा करते हुए श्रद्धा ने कहा था कि 2013 में आई फिल्म 'आशिकी 2' के बाद मेरे शरीर में एंग्जाइटी के लक्षण नजर आने लगे थे. शरीर में अजीब सा दर्द होता था जिसको लेकर मैने टेस्ट कराया लेकिन कुछ भी सामने नहीं आया. मैं हमेशा यहीं सोचती रहीं कि आखिर मुझे दर्द क्यों हो रहा है.' आगे श्रद्धा ने कहा था, 'मैने इस बीमारी से लड़ने के कई तरीके सर्च किए, मगर मैं आज भी एंग्जाइटी से निपट रही हूं, लेकिन अब ये पहले से काफी बेहतर हो गया है. हालांकि अब श्रद्धा इस समस्या से पूरी तरह उबल चुकी हैं.

आइए जानते हैं कि जिस एंग्जायटी का श्रद्धा कपूर ने सामना किया है वो कितनी खतरनाक होती है.

क्या है एंग्जायटी ? (what is anxiety)
डॉक्टर विकास खन्ना कहते हैं कि एंग्जायटी एक मानसिक रोग है, जो इंसान को मानसिक रूप से कमजोर बना देती है. ये मस्तिष्क को चोट देने के साथ ही शरीर को भी नुकसान पहुंचाती है. इस बीमारी में रोगी को तेज बैचेनी के साथ नकारात्मक विचार, चिंता और डर का आभास होता है. जैसे, अचानक हाथ कांपना, पसीने आना आदि. अगर समय पर इसका सही इलाज न किया जाए तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है और मिर्गी का कारण भी बन सकता है.

एंग्जायटी होने पर इंसान को कैसा महसूस होता है?
जब कोई इंसान एंग्जायटी से जूझ रहा होता है उस स्थिति में हर वक्त इस बात का डर लगा रहता है कि कुछ गलत होने वाला है. यह घबराहट के दौरे (पैनिक अटैक) होते हैं. इसके अलावा अलावा उलटी व जी मिचलाने की समस्या भी महसूस होती है, अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाती है और सांस फूलने लगती है. 

कैसे पता चलेगा कि कोई इंसान एंग्जायटी से पीड़ित है (symptoms of anxiety)
मनोचिकित्स विकास खन्ना कहते हैं कि चिंता कब एक बड़े रोग का रुप ले ले, यह कहना फिलहाल बहुत मुश्किल है, लेकिन यदि कोई ऐसी चिंता है, जो लंबे वक्त से बनी हुई है तो यह निश्चित तौर पर कोई बड़ा रूप ले सकती है. ऐसी स्थिति में आपको फौरन मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट का परामर्श लेना चाहिए. 

वैसे तो एंग्जायटी डिसऑर्डर कईं प्रकार के होते हैं, लेकिन उनके कुछ सामान्य लक्षण हैं. नीचे जानिए उनके बारे में...

  • दिल की धड़कन का बढ़ जाना
  • सांस फूल जाना
  • मांसपेशियों में तनाव का बढ़ जाना
  • छाती में खिंचाव महसूस होना
  • किसी के लिए बहुत ज्यादा लगाव होना 
  • किसी चीज के लिए अनावश्यक आग्रह करना

आखिर क्यों एंग्जायटी का शिकार हो जाते हैं लोग? (cause of anxiety)
डॉक्टर विकास खन्ना कहते हैं कि एंग्जायटी होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. 

  • सबसे पहला कारण छोटी-छोटी बात पर ज्यादा चिंता करने लगना है. 
  • काम का बोझ, तनाव और ब्रेकअप भी इसका कारण बन सकता है. 
  • जिन व्यक्तियों के परिवार में मानसिक विकार से जुड़ी समस्याएं होती रही हैं, वह इसकी चपेट में आ सकते हैं. 
  • कई बार लोग पीड़ा, गम, मायूसी, उदासी व तकलीफ को भुलाने के लिए शराब, नशीली दवाओं और दूसरे नशों का सहारा लेने लगते हैं, जो एंग्जायटी की समस्या को और बढ़ा सकता है.

कितनी खतरनाक हो सकती है एंग्जायटी?

  1. एंग्जायटी डिसॉर्डर से पीड़ित व्यक्ति की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर बहुत बुरा असर पडता है. 
  2. इससे उसकी रोजमर्रा की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाती है. 
  3. वो किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता. 
  4. अगर लंबे समय तक यह समस्या रहती हो तो वह डिप्रेशन का रूप ले सकती है. 
  5. ज्यादा गंभीर स्थिति होने पर व्यक्ति में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ जाती है. 

एंग्जायटी से हम कैसे बच सकते हैं?

  • रोज 30 से 40 मिनट हमें एक्सरसाइज करनी बहुत जरूरी है.
  • एक ही बात से फोकस हटाना जरूरी है.
  • आप म्यूजिक सुन सकते हैं और अपने पसंद के दूसरे काम भी कर सकते हैं. 
  • गहरी सांस एंग्जायटी में बेहद मदद करती है. 

हमेशा के लिए एंग्जायटी से कैसे पाएं छुटकारा?
एंग्जायटी की वजह बनने वाली चीजों से दूरी बना लेना एंग्जायटी से बचने का शॉर्ट टर्म हल है, क्योंकि अगली बार जब आप उस चीज का सामना करेंगे तो आपके सामने वही सायकिल फिर से चलेगी. इसकी जगह आपको करना ये है कि अपने डर का सामना करें, ताकि वो  एक बार में हमेशा के लिए दूर हो जाए. इस तरह से आप अपने डर से बाहर आएंगे और भविष्य में एंग्जायटी होने की संभावना भी नहीं रहेगी.

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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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