4 दोस्तों ने बनाया ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाला ऐप, फेसबुक ने 650 करोड़ में खरीदा
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4 दोस्तों ने बनाया ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाला ऐप, फेसबुक ने 650 करोड़ में खरीदा

सबसे खास बात इस एप को बनाए हुए अभी 9 हप्ते हुए हैं और इससे भी बड़ी बात इसे फेसबुक ने 650 करोड़ रुपये में खरीद लिया है.

फोटो :यूट्यूब से साभार

कैलिफोर्निया : जब आपसे कोई ईमानदार रहने की बात करता है तो आपको बहुत अजीब लगता है. उसकी बात आपको बुरी भी लग सकती है, लेकिन अमेरिकन किशोरों ने ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाला एक ऐप टीबीएच टू बी ऑनेस्ट बनाया, जो सभी को ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहा है. सबसे खास बात इस ऐप को बनाए हुए अभी 9 हफ्ते हुए हैं और इससे भी बड़ी बात की इसे फेसबुक ने 650 करोड़ रुपये में खरीद लिया है. 

  1. सबसे खास बात इस ऐप को बने हुए अभी 9 हफ्ते ही हुए हैं 
  2. इस ऐप को बनाने वाले सभी दोस्त 2010 से साथ हैं.
  3. चारों दोस्तों ने अपनी नई सूझबूझ से एक सकारात्‍मक ऐप बनाने की सोची.

इस ऐप के रोजाना 25 लाख एक्टिव यूजर्स हैं. इस ऐप को 9 हफ्ते में 50 लाख बार डाउनलोड किया गया है. इस ऐप के ज्‍यादा यूजर्स हाईस्कूल के स्टूडेंट्स हैं. इस स्टार्टअप के चारों संस्थापक अब फेसबुक के इम्पलॉई हो गए हैं. स्टार्टअप न्यूज साइट टैक क्रंच के अनुसार, ये डील 650 करोड़ रुपये में हुई है. इस स्टार्टअप के चारों संस्थापक अब फेसबुक के ऑफिस में बैठकर अपने काम को कर सकेंगे. इस ऐप में चारों दोस्त निकिता बियर, एरिक हैजार्ड, कायले जारागोजा और निकोलस डयूस्डोडोन ने अपनी सभी क्रिएटीविटी का प्रयोग इस ऐप में किया है.

ऐप की संस्थापक निकिता बियर का कहना है कि फेसबुक से जुड़कर बहुत खुशी हो रही है. अब हमारी बात बहुत लोगों तक पंहुच पाएगी. इस ऐप को बनाने के पीछे बहुत रोचक कहानी है. इस ऐप को बनाने वाले सभी दोस्त 2010 से साथ हैं, जिन्होंने इससे पहले मिडनाइट लैब्स कंपनी बनाई थी. इस कंपनी का काम फाइनेंस और कॉलेज चैट जैसे ऐप का था. सबसे खास बात कंपनी 2013 से घाटे में आने लगी. 2017 तक आते-आते कंपनी सबसे बुरे दौर में पंहुच गई.

अगस्त में उनके पास इतना पैसा नहीं था कि आगे काम किया जा सके. तब चारों दोस्तों ने अपनी नई सूझबूझ से एक सकारात्मक ऐप बनाने की सोची. उसी सोच की नई उपज थी- टीबीएच टू बी ऑनेस्ट. इस तरह दोस्तों ने एक नए सफर की शुरुआत की. सबसे पहले टीबीएच का प्रस्तुति अमेरिका के जॉजिया के एक स्कूल में हुई. उस समय 40 प्रतिशत बच्चों ने इस ऐप को डाउनलोड किया था. इस तरह ये सफर चल निकला. एक के बाद एक और उसके बाद तीन स्कूल में इस ऐप की प्रस्‍तुति हुई.

फिर हर स्कूल में इसकी धूम मचने लगी. यही वजह है कि फेसबुक ने इसे हाथोंहाथ खरीद लिया है. इस ऐप की सबसे खास बात है कि जब आप इस ऐप को डाउनलोड करोगे तो आप इस ऐप की फ्रेंड लिस्ट में शामिल हो जाते हैं.

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