लापरवाही की भी हद है! कूरियर कंपनी ने ई-रिक्शे से भेजे थे NEET के प्रश्न पत्र; स्कूल ने खोल दिया कच्चा-चिट्ठा, पढ़ें 10 बड़े अपडेट
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लापरवाही की भी हद है! कूरियर कंपनी ने ई-रिक्शे से भेजे थे NEET के प्रश्न पत्र; स्कूल ने खोल दिया कच्चा-चिट्ठा, पढ़ें 10 बड़े अपडेट

NEET Paper Leak: पेपर लीक को लेकर एक तरफ हर दिन बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं तो दूसरी तरफ मामला सुप्रीम कोर्ट में है. देश की सड़कों से संसद तक बवाल हो रहा है, लेकिन इस बीच एग्जाम सेंटर तक पेपर पहुंचाने में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है.

लापरवाही की भी हद है! कूरियर कंपनी ने ई-रिक्शे से भेजे थे NEET के प्रश्न पत्र; स्कूल ने खोल दिया कच्चा-चिट्ठा, पढ़ें 10 बड़े अपडेट

NEET Paper Leak Latest Update: राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा यानी नीट (NEET) पेपर लीक की जांच का दायरा बिहार और झारखंड से लेकर महाराष्ट्र तक जा चुका है. CBI की टीम हर पहलू से इस पूरे मामले की जांच कर रही है. लेकिन, इस बीच नीट पेपर लीक पर बड़ा खुलासा हुआ है और एग्जाम सेंटर तक पेपर पहुंचाने में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, झारखंड के हजारीबाग में पेपर लीक हुआ है. कूरियर कंपनी की लापरवाही की वजह से पेपर लीक की बात सामने आ रही है. पेपर लीक को लेकर एक तरफ हर दिन बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में मामला है. लेकिन, उसे लेकर बवाल संसद से लेकर देश की सड़कों तक है. चलिए आपको बताते हैं कि पेपर लीक केस में क्या-क्या लेटेस्ट अपडेट है.

  1. ई-रिक्शा से भेजे गए क्वेश्चन पेपर: सूत्रों के मुताबिक, क्वेश्चन पेपर रांची से हजारीबाग कूरियर कंपनी की गाड़ी में आए. 3 मई को ही पेपर हजारीबाग पहुंच गए. उसके बाद ई-रिक्शा से परीक्षा केंद्र तक पेपर पहुंचाए गए थे. सूत्रों के मुताबिक, कंपनी से परीक्षा सेंटर तक आने के दौरान ही बीच में पेपर लीक हुआ है. परीक्षा सेंटरों ने इसी दौरान बक्से से प्रश्न पत्र निकाला और उसे लीक कर दिया. किसी भी एग्जाम का पेपर बंद गाड़ी में कड़ी सुरक्षा के बीच सेंटर तक पहुंचाया जाता है, लेकिन मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा के पेपर में इस तरह की लापरवाही कैसे हुई.
  2. स्कूल ने खोल दिया कच्चा-चिट्ठा: झारखंड के हजारीबाग में एक स्कूल में नीट पेपर को लेकर गड़बड़ी के आरोप लगे तो उन्होंने अपने आप को बेकसूर बताते हुए एक-एक कर सबका कच्चा-चिट्ठा खोल दिया. स्कूल के प्रिंसिपल का दावा है कि नीट के संवेदनशील प्रश्नपत्र ई-रिक्शा के जरिए स्कूल पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा से प्रश्न पत्र आए, ऐसी लापरवाही मैंने जिंदगी में नहीं देखी.
  3. NTA की लापरवाहियां उजागर: प्रश्न पत्र पहले तो कूरियर कंपनी ने रांची से हजारीबाग में अपने ऑफिस भेजा, फिर ऑफिस से स्कूलों तक ई-रिक्शा से प्रश्न-पत्र दिए जा रहे थे. जैसे-जैसे नीट की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही पेपर लीक, धांधली, परीक्षा पास कराने वाले रैकेट से लेकर NTA की लापरवाहियां उजागर हो रही हैं.
  4. 7 सुरक्षा लेयर में रखे जाते हैं प्रश्न पत्र: हजारीबाग के जिस बैंक में प्रश्न पत्र रखा गया था, वहां भी नियम का पालन नहीं किया गया. महज एक छोटे से पुर्जे में रिसीविंग दिखाया गया है. बैंक में भी EOU टीम जांच करने के लिए पहुंची थी, जहां उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से विस्तृत जानकारी ली है, वहां भी टीम को भारी लापरवाही बरतने के संकेत मिले हैं. प्रश्न पत्र 7 सुरक्षा लेयर में रखे जाते हैं, जो एक आयरन बॉक्स में रखा जाता है. आयरन बॉक्स पूरे देश भर में ऑटोमेटिक 5 मई को दोपहर के 1:15 बजे खुलने था. लेकिन, पूरे देश भर में नहीं खुला. दूसरा लॉक कटर से खोलना होता है. डिजिटल लॉक नहीं खुलने पर इस कटर से पूरे देश भर में आयरन बॉक्स काटा गया.
  5. ट्रांसपोर्टेशन में लापरवाही पर NTA ने क्या कहा: NTA के सिटी कोऑर्डिनेटर ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर एहसान उल हक क्या कहना है कि प्रश्नपत्र लाने में जिस ट्रांसपोर्टेशन का उपयोग किया गया है, वह संदेह के घेरे में है. उनका यह भी कहना है कि प्रश्न पत्र के साथ छेड़छाड़ किया गया है. यह जांच का विषय है कि आखिर कैसे छेड़छाड़ किया गया. साथ ही उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है कि नियम को किस तरह से ताक पर रखकर प्रश्न पत्र रांची से हजारीबाग लाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि की एक ई रिक्शा के जरिए प्रश्न पत्र 2 किलोमीटर दूर बैंक पहुंचाया जाता है. कूरियर एजेंसी की जिम्मेदारी थी कि उसे ट्रक के जरिए ही बैंक पहुंचाया जाए, जो वीडियो हाथ लगे हैं, उसमें यह भी दिख रहा है कि प्रश्न पत्र कूरियर सर्विस सेंटर के गेट पर पड़ा हुआ था. यह भी लापरवाही है.
  6. 5 राज्यों तक जांच की आंच: नीट परीक्षा की जांच का दायरा हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है. शुरुआत ग्रेस मार्क के विवाद से हुई. मगर अब देश के 5 राज्यों तक इसकी जांच की आंच पहुंच चुकी है. सबसे पहले, हरियाणा के बहादुरगढ़ में एक ही परीक्षा सेंटर से टॉपर निकल गए. गुजरात के गोधरा में एक विशेष सेंटर में परीक्षा के लिए पैसे दिए गए. बिहार में तो पेपर लीक करवाने के आरोप लगे. झारखंड के देवघर में भी परीक्षा पास करवाने की बात सामने आई. महाराष्ट्र में भी पैसों के बदले पेपर पास करवाने वाले गैंग पर शक हुआ. अब CBI के हाथ में केस आने के बाद सबके हाथ-पांव फूल गए हैं.
  7. लातूर से हिरासत में 2 लोग: नीट पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र के लातूर से 2 और लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों व्यक्ति जलील पठान के निर्देश पर काम करते थे. इस मामले में कुछ अभिभावकों को भी पूछताछ के लिए पुलिस समन भेज सकती है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि नीट एग्जाम में बच्चों के नंबर बढ़ाने के लिए आरोपी उनसे 50 हजार एडवांस और काम पूरा होने के बाद 5 लाख लेते थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल हिरासत में लिए गए आरोपियों के मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है.
  8. CBI ने 5 केस अपने हाथ में लिए: NEET एग्जाम को लेकर 5 केस सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिए हैं. CBI ने बिहार, गुजरात के गोदरा और राजस्थान के तीन नीट एग्जाम से जुड़े केस टेकओवर किए हैं. इन सभी केस की फाइल CBI ने लोकल पुलिस से लेकर जांच शुरू कर दी है. इन पांचों केस में सबसे बड़ी  एग्जाम लीकेज कॉन्सपिरेसी मॉड्यूल केस बिहार का है. गोदरा और राजस्थान के जो केस हैं वो कैंडिडेट की जगह किसी और को एग्जाम दिलवाने या चीटिंग कराने के मामले का है. सभी केस की जांच अब CBI कर रही है.
  9. NET मामले में 9 मोबाइल फोन जब्त: एक ओर NEET की परीक्षाओं को लेकर जांच चल रही है तो दूसरी ओर UGC-NET की परीक्षा को लेकर भी जांच चल रही है. इस मामले में 9 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. इन सभी मोबाइल फोन के टेलीग्राम APP की जांच की गई. जांच में पता चला कि सभी मोबाइल फोन के टेलीग्राम APP से डाटा मिटा दिया गया है. डेटा रिट्रीव करने के लिए CFSL की मदद ली जा रही है, जांच में ये भी पता चला है कि पेपर डार्क नेट के जरिए बेचा जा रहा था. पेपर लीक की खबर आने के बाद जब NET का एग्जाम कैंसिल हुआ. उसके बाद जब्त कुल 9 मोबाइल फोन से डेटा डिलीट हुए.
  10. कुशीनगर के निखिल ने क्या दी जानकारी: दो दिन पहले CBI की टीम ने यूपी के कुशीनगर से निखिल नाम के छात्र को पूछताछ के लिए बुलाया था. करीब 6 घंटे तक चली पूछताछ में निखिल ने कई सारी जानकारियां CBI टीम को दीं. फिलहाल एजेंसी आरोपियों की धर पकड़ में लगी हुई है. सीबीआई लगातार कई राज्यों में अलग-अलग टीम बनाकर मामले की जांच कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी सबके सामने होंगे और छात्रों को इंसाफ मिल सकेगा.

 

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