साल 2021 में चार राज्यों और एक केंद्र शाषित प्रदेश में हुए चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. अब पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और तमिलनाडु में सरकार गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में नतीजों के बाद इन सभी राज्यों में क्या पॉलिटिकल अपडेट रहा आइये आपको बताते हैं.
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नई दिल्ली: साल 2021 में चार राज्यों और एक केंद्र शाषित प्रदेश में हुए चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. अब पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और तमिलनाडु में सरकार गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में नतीजों के बाद इन सभी राज्यों में क्या पॉलिटिकल अपडेट रहा आइये आपको बताते हैं. शुरुआत बंगाल से जहां आज शाम 4 बजे टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने सभी जीते हुए विधायकों की बैठक बुलाई है.
टीएमसी भवन में पार्टी के सभी जीते हुए उम्मीदवारों की बैठक में माना जा रहा है कि ममता बनर्जी को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. वहीं राजभवन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी शाम सात बजे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिलेंगी और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी.
ममता बनर्जी ऐलान कर चुकी हैं कि देश में जारी कोरोना संक्रमण के हालातों के मद्देनजर शपथ ग्रहण समारोह बेहद सामान्य और सादगी भरा होगा. इस बार के बंगाल विस चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को पूर्ण बहुमत मिल चुका है. पार्टी उम्मीदवार 213 सीटों पर विजयी घोषित हो चुके हैं दूसरी तरफ बीजेपी अब तक 77 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई है. वहीं लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का बंगाल में सफाया हो गया है. कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली है.
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केरल में सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद नए मंत्रिमंडल के गठन से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों ने बताया कि विजयन दोपहर में राज भवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपा.
राजभवन सूत्रों ने बताया कि विजयन को नयी सरकार के शपथ ग्रहण लेने तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा गया है. खबरों के मुताबिक कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी और बीजेपी की परंपरागत वाम विरोधी नीतियों ने भी एलडीएफ को आसानी से जीतने में मदद की है. एलडीएफ ने 140 में से 87 सीटें जीती हैं. वहीं इस बार बीजेपी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने केरल में कम से कम 35 सीटें जीतने का दावा किया था लेकिन नतीजों में पार्टी कहीं पर भी नहीं नजर आई. पार्टी के उम्मीदवार ई. श्रीधरन और पार्टी के राज्य प्रमुख के. सुरेन्द्रन भी अपनी सीट नहीं जीत पाए.
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इस बीच चेन्नई के राजनीतिक गलियारों से ये खबर आई कि चुनावों में जीत हासिल करने वाली पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) ने मंगलवार को अपने नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है.
दस साल विपक्ष में बैठने के बाद द्रमुक ने स्टालिन के नेतृत्व में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में हराया. स्टालिन अब मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने की तैयारी कर रहे हैं. द्रमुक ने 126 सीट जीत चुकी है और बहुमत का जादुई आंकड़ा यहां 118 है.
असम के चुनावी नतीजे बीजेपी के लिए बड़ी राहत लेकर आए. असम में पार्टी सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए फिर से सत्ता में लौटी. यहां पर बीजेपी ने कुल 60 सीटों पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस 29, AIUDF 16, AGP ने 9 और BPF ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है.
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