पंजाब में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के लिए बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी है. इसके लिए पंजाब के 2 दलों से अगले कुछ दिनों में गठबंधन की घोषणा हो सकती है.
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नई दिल्ली: पंजाब में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के लिए बीजेपी गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतर सकती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि इसके लिए पार्टी की ओर से राज्य के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढिंढसा (Sukhdev Singh Dhindsa) के साथ बातचीत की जा रही है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा, ‘हम कैप्टन साहब (अमरिंदर सिंह) और ढिंढसा साहब (सुखदेव सिंह ढिंढसा) से बात कर रहे हैं. संभावना है कि हम उनके दलों से गठबंधन करें. हम सकारात्मक भाव से दोनों दलों से बातचीत कर रहे हैं.’
किसानों के आंदोलन के बारे में शाह (Amit Shah) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को निरस्त कर बड़ा दिल दिखाया है. शाह ने कहा, ‘किसानों का आंदोलन समाप्त हो इसके लिए प्रधानमंत्री ने बड़ा दिल दिखाया है. तीनों कानूनों को निरस्त कर दिया गया है. अब मैं नहीं समझता कि पंजाब में कोई और मुद्दा बचा है. चुनाव मेरिट के आधार पर लड़े जाएंगे.’
बताते चलें कि मुख्यमंत्री की कुर्सी गवांने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) कांग्रेस से अलग हो गए थे. उन्होंने पिछले दिनों पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था. जबकि ढिंढसा ने शिरामणि अकाली दल से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) नाम से एक पार्टी बना ली थी.
पंजाब में भाजपा लंबे समय तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) लड़ती रही है. हालांकि, कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच वर्षों पुराना गठबंधन टूट गया था. वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में है और वह वहां फिर से सत्ता में वापसी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है.
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अमित शाह (Amit Shah) ने एक समिट में कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन का बहुत कम असर है. उन्होंने कहा कि अखिलेश के नेतृत्व में भले ही कई दल गठबंधन कर रहे हों लेकिन राजनीति फिजिक्स नहीं केमिस्ट्री है. जब दो दल हाथ मिलाते हैं तो यह जरूरी नहीं है कि दोनों के वोट भी जुड़ेंगे. जब दो केमिकल मिलते हैं तो तीसरे केमिकल का भी निर्माण होता है.
गृह मंत्री (Amit Shah) ने कहा, ‘हमने पहले भी देखा है, जब सपा और कांग्रेस ने हाथ मिलाया और बाद में तीनों (सपा, बसपा और कांग्रेस) एक साथ आ गए. इसके बाद भी जीत बीजेपी की हुई. लोग जागरूक हैं. वोट बैंक के आधार पर बनने वाला गठबंधन अब लोगों का मार्गदर्शन नहीं कर सकता.’
उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी असेंबली का चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश गया था. विश्वास के साथ मैं कह सकता हूं कि बीजेपी वहां भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.’
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