बिहार से निकल विदेशों तक फैला खाजा का स्वाद, जानिए क्या है इसकी खासियत
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बिहार से निकल विदेशों तक फैला खाजा का स्वाद, जानिए क्या है इसकी खासियत

बिहार की एक ऐसा डिश जिसे GI टैग मिला है, सिलाव खाजा जो बस बिहार ही नहीं बल्कि देश से लेकर विदेश तक फेमस है | सिलाव खाजा बिहार की पहली मिठाई है, जिसे भारत सरकार की तरफ से GI टैग मिला है.

बिहार से निकल विदेशों तक फैला खाजा का स्वाद, जानिए क्या है इसकी खासियत

पटनाः खान-पान एक ऐसा कारोबार है जहां गुणवत्ता और विश्वास की भूमिका महत्वपूर्ण है. यह कारोबार ईमानदारी, धैर्य और स्वाद पर ही टिका हुआ है. जितना आपके खान-पान का स्वाद, ईमानदारी और ग्राहकों के प्रति आपका विश्वास अच्छा होगा उतनी ही आपकी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ेगी. इन्हीं कारणों से सिलाव की मशहूर खाजा मिठाई बिहार के जिले से लेकर देश-विदेश तक अपनी मिठास घोल रही है. 52 पड़तों से बनी इस मिठाई को हर कोई खाना पसंद करता है. राजगीर और नालंदा घूमने आने वाले सभी लोग इसे खाये बिना यहां से नहीं जाते है. सिलाव में खाजे की दूकान लगभग 100 से ज्यादा हैं. हर दिन यहां लगभग 10 लाख का खाजे का ही कारोबार होता है. साल 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खाजा निर्माण को उद्योग का दर्जा दिया था. नीतीश कुमार जब भी अपने गृह जिला नालंदा जाते है तो खाजा जरूर चखते हैं .

विदेशों में भी खाजा ने कमाया खूब नाम
खाजा मिठाई देश के साथ-साथ विदेशों में अपने स्वाद को लेकर एक अलग ही बैठ बनाए हुए है. खाजा का स्वाद ऐसा है कि एक बार जो इसे टेस्ट कर लेता है तो वो बार-बार इसका स्वाद लेना पसंद करता है. विदेशों में भी इसने अपना खूब नाम कमाया है, यही वजह है की खाजा अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी मिलने लगा है.

खाजा की क्या है वैराइटी 
जानकारी के लिए बता दें कि सिलाव में आपको 5 तरह के खाजा खाने को मिल जायेंगा और सबके स्वाद ऐसा कि बार- बार खाने का मन करता है. यहां आपको नमकीन खाजा, मीठा खाजा, देसी घी वाला खाजा, खोवा वाला खाजा और सादा खाजा आदि मिल जाएगा. मिठाई में यह पहली ऐसी मिठाई है जिसे GI टैग मिला है. इसके अलावा 1987 मॉरीशस में हुए अंतराष्ट्रीय मिठाई महोत्सव में इसे सम्मानित भी किया जा चुका है. 

मिला उद्योग का दर्जा 
खाजा दिखने में वैसे तो पैटीज जैसा ही होता है, लेकिन इसका स्वाद मीठा और खाने में कुरकुरा होता है. इसको बनाने में आटे, मैदा, चीनी तथा इलायची का प्रयोग किया जाता है. साल 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खाजा निर्माण को उद्योग का दर्जा दिया था. इसके अलावा इस उद्योग को सरकार की क्लस्टर विकास योजना से भी जोड़ा गया है. यहां के व्यापारी इस व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश की तारीफ करते हैं. नीतीश कुमार जब भी अपने गृह जिला नालंदा जाते है तो खाजा जरूर चखते हैं. 

खाजा बनाने का तरीका 
सबसे पहले एक बड़े बर्तन में जरूरत के हिसाब से मैदा, बेकिंग पाउडर, घी और पानी आदि डालकर अच्छी तरह से आटे को गूंथ लें. आटे की लोइयां बना लें. लोइयों को पतला-पतला बेल लें. गोल शेप में काट लें और रोल के रूम में रख दें. पैन में घी डाल कर गर्म होने दें. गर्म हो जाए तो खाजा को डालकर फ्राई कर लें. इसकी चाशनी बनाने के लिए सबसे पहले पानी और चीनी बर्तन में डाल दें. चाशनी जब एक तार की हो जाए तो गैस बंद करके खाजा उसमें डाल दें. 5 मिनट बाद खाजा निकाल लें. आपका खाजा तैयार है और आप इसे तुरंत ही सर्व कर सकते हैं.

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